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Saturday 18 January 2014 02:48:35 PM
नई दिल्ली। प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय ने प्रवासी भारतीयों से शादी करने वाली भारतीय दुल्हनों के लिए एक शैक्षणिक कम जागरूक अभियान शुरू किया है। मंत्रालय ने 'मैरिजिस टू ओवरसीज इंडियन' नाम से एक निर्देश पुस्तिका अंग्रेजी, हिंदी, तेलगू, मलयालम और पंजाबी में प्रकाशित की है। अंग्रेजी में प्रकाशित पत्रिका में प्रवासी भारतीयों द्वारा परित्यक्त महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित जानकारी, कानूनी सलाह, शिकायतों का निवारण करने वाले प्राधिकारी वर्ग तथा गैर सहायता प्राप्त संगठनों से संपर्क करने से संबंधित जानकारी दी गई है। इसके अलावा यह जानकारी मंत्रालय की वेबसाइट पर भी मौजूद है।
सरकार ने भारतीय महिलाओं से धोखाधड़ी कर शादी करने वाले प्रवासी भारतीयों से सुरक्षा प्रदान करने के कई कदम उठाये हैं। विदेशों में परित्यक्त और तलाकशुदा भारतीय महिलाओं को कानूनी तथा वित्तीय सहायता प्रदान करने की दिशा में भी कई कदम उठाए गये हैं। प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय ने विदेशों में परित्यक्त भारतीय महिलाओं को कानूनी सहायता प्रदान करने की योजना लागू की है। इस योजना के अंतर्गत भारतीय दूतावासों की सूची में शामिल गैर सरकारी संगठनों द्वारा विकसित देशों में 3000 डॉलर और विकासशील देशों में 2000 डॉलर की वित्तीय सहायता और कानूनी सहायता प्रदान की जायेगी। मंत्रालय इस जागरूकता अभियान का प्रचार और प्रसार समय-समय पर आडियो-विजुअल विज्ञापनों के जरिये क्षेत्रीय टीवी नेटवर्क और प्रिंट मीडिया पर करता रहेगा।