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Thursday 20 February 2014 06:56:15 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के राष्ट्रीय बम डाटा केंद्र का ‘आतंकवादियों के पसंदीदा हथियार उन्नत विस्फोटक उपकरण’ विषय पर कल अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ। एनएसजी के महानिदेशक जेएन चौधरी ने सम्मेलन में कहा कि आतंकवाद के अभिशाप को सभी राज्यों, संबंधित संगठनों और सिविल सोसायटी की सक्रिय भागीदारी और सहयोग के साथ सतत एवं विस्तृत पहुंच से ही पराजित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उन्नत विस्फोटक उपकरणों के उपयोग का खतरा समाप्त नहीं हुआ है, समेकित इंटेलीजेंस की बहुत आवश्यकता है, इंटेलीजेंस संबंधी जानकारी को संस्थागत रूप से एकत्र, क्रमबद्ध और उसका विस्तार किए बिना आतंकवाद के नेटवर्क से सफलतापूर्वक नहीं लड़ा जा सकता।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एन संधू ने दुनिया भर में हुई दुर्दांत घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ये घटनाएं हमें अपने सुरक्षा खतरों की स्थिति की समीक्षा करने के लिए आगाह करती हैं। उन्होंने कहा कि केवल सुरक्षाबल और सिविल सोसायटी ही आतंकी गतिविधियों से मुक्त नहीं है, सभी भागीदारों को आतंकवाद, एलडब्ल्यूई के विरूद्ध लड़ने के लिए एकजुट होना आवश्यक है। सम्मेलन में विभिन्न देशों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, राज्य पुलिस संगठनों, अनुसंधान संस्थानों और सेना और वायुसेना के लगभग 200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।