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Sunday 23 March 2014 07:55:46 PM
लखनऊ। लखनऊ के ऐशबाग स्थित रामलीला मैदान परिसर में अखिल भारतवर्षीय श्री अयोध्यावासी वैश्य महासभा ने होली-मिलन समारोह का आयोजन किया। समाज के लोगों ने एक दूसरे के गले मिलकर व अबीर गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। फूलों की होली तथा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच वक्ताओं ने सद्भावना के साथ सामाजिक दायित्वों के निर्वहन का आह्वान किया। मुख्य अतिथि के रूप में लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर की महंत दिव्या गिरी पधारीं। इनके अलावा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार एवं लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ हरिओम ने भी होली की बधाई दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी एसएल वैश्य ने की तथा संचालन अयोध्यावासी वैश्य महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ अजय गुप्ता ने किया। मुख्य अतिथि महंत दिव्या गिरी ने महिलाओं से पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ ही सामाजिक जिम्मेदारियों में भी हाथ बंटाने का आग्रह किया और महिलाओं से चुनाव में अनिवार्य रूप से मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि महिलाएं यदि अपनी भूमिका का समुचित निर्वहन करें तो सामाजिक कुरीतियां दूर हो जाएंगी तथा देश व समाज खुशहाल हो जाएगा। प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने पर्व त्योहारों को संबंधों की आधारशिला तथा सामाजिक व सांस्कृतिक विरासत बताते हुए कहा कि होली-पर्व पर हमें अपने अंदर की बुराइयों को समाप्त करने का संकल्प लेना चाहिए। डॉ हरिओम ने कहा कि सामाजिक सद्भावना से ही मानवता पोषित होती है, सामाजिक बंधन की मजबूती जहां सुरक्षा का वातावरण बनाती है, वहीं विकास का मार्ग भी प्रशस्त करती है।
डॉ अजय गुप्ता ने अयोध्यावासी वैश्यों के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस समाज की बुनियाद ही प्रेम स्नेह सहयोग और त्याग पर रखी गयी है, इन्ही सद्गुणों के बलबूते पर आज अयोध्यावासी वणिक बंधु विभिन्न क्षेत्रों मे शीर्ष स्थान पर हैं। फूलों की होली के साथ हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम का लोगों ने खूब आनंद लिया। होली के गीतों के साथ-साथ समाज के बच्चों ने विभिन्न गीतों पर मनमोहक नृत्य भी प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में सिनी, नैंसी, प्रिंसू, राज, शिवानी, सौम्या, अनन्या आदि ने प्रमुख भूमिका निभायी। इस अवसर पर प्रमुख रूप से रामगोपाल गुप्ता, लोकेंद्र गुप्ता एडवोकेट, खुनखुन जी, रामकुमार गुप्ता, त्रिभुवननाथ गुप्ता, बाबूलाल गुप्ता, महेश प्रसाद गुप्ता, डॉ जेपी गुप्ता, नरेश गुप्ता, जयप्रकाश गुप्ता समेत वैश्य जन सपरिवार उपस्थित थे।