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Monday 24 March 2014 07:45:10 PM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने आज 'वर्तमान और भविष्य के लिए पारंपरिक संस्कृति की प्रासंगिकता' विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर हामिद अंसारी ने कहा कि हम अपनी परंपरा से ज्ञानार्जित करते हैं, विद्वानों ने विभिन्न कालावधि के दौरान कठिन श्रम कर जीवन, धर्म, दर्शन, विज्ञान और कानून के विषय में तथ्य एकत्रित किए, वे बेहद महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा कि यह ज्ञान समय की कसौटी पर कसा जा चुका है और इसका एक-एक तथ्य उचित और महत्वपूर्ण है, यह सब हमें अपनी समृद्ध परंपरा से प्राप्त हुआ है, परंपरा और आधुनिकता एक दूसरे के विपरीत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि इतिहास में जो कुछ भी मूल्यवान है, उसका उपयोग वर्तमान को बेहतर बनाने के लिए किया जाए।