स्वतंत्र आवाज़
word map

कुंभ में विहिप का हिंदूवादी संसद एजेंडा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 19 January 2013 04:43:28 AM

नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि कुंभनगर इलाहाबाद में संगम पर इस बार होने जा रहे संत सम्मेलन में धर्म पर चर्चा के साथ ही हिंदूवादी संसद के लिए भी प्रस्ताव तैयार होगा, कुंभ में मंथन कई और भी ज्वलंत विषयों पर होने हैं, इसमें दस हजार संत शामिल होंगे। इस बार कुंभ में दक्षिण भारत के बड़े संतों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन में दक्षिण भारत के मठों के जरिए सनातन धर्म के प्रसार को व्यवस्थित रूप देने पर विचार किया जाएगा। इस संत महासम्मेलन के पीछे विश्व हिंदू परिषद है, लेकिन धर्मगुरुओं को आगे करके ही आगे की रणनीति तय की जाएगी। विहिप अर्ध कुंभ और कुंभ में धर्म सम्मेलन कराती आ रही है। इस बार यह जमावड़ा संत महासम्मेलन के रूप में करने की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है।
विहिप के प्रदेश प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि विहिप के केंद्रीय मार्ग दर्शन मंडल की छह फरवरी को बैठक होगी। इसी के दूसरे दिन यानी सात फरवरी को यह संत महासम्मेलन होगा। इसमें कई विषयों पर चर्चा तो होगी ही, रामजन्म भूमि का मुद्दा प्रमुखता से उठेगा। हिंदुओं की भावना से जुड़ा यह मुद्दा फिलहाल कोर्ट में है। महासम्मेलन में ऐसी संसद के गठन की योजना बनेगी, जो इस मुद्दे को तेजी से सुलझा सके। दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा होगा अविरल गंगा का। देश भर में धर्मांतरण पर कानूनी रोक लगाने संबंधी कानून बनाने का प्रस्ताव भी रखा जाएगा। यह कानून बनने से लोभ-लालच देकर किसी को धर्म बदलने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकेगा। महासम्मेलन का चौथा बिंदु होगा-दक्षिण भारत के मठों और मंदिरों के सरकारी अधिग्रहण का।
दरअसल इस तरह के अधिग्रहण से देवस्थल की संपत्ति का प्रयोग अन्य धर्मावलंबी करने लगते हैं। इसे रोकने की मांग प्रस्ताव के जरिए की जाएगी। इस पर गहन मंथन के लिए इस बार दक्षिण भारत के उन बड़े संतों को भी बुलाया गया है, जो कभी कुंभ और अर्धकुंभ में नहीं आए हैं। पश्चिम बंगाल और दक्षिण भारत में गौ हत्या लगातार जारी है। गाय को राष्ट्रीय प्राणी घोषित करने की मांग भी महासम्मेलन में की जाएगी। मुस्लिम आतंकवाद, बांग्लादेशियों की घुसपैठ के मसले पर भी चर्चा होगी।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]