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Tuesday 26 August 2014 01:46:20 PM
नई दिल्ली। अमरीकी दूतावास की चार्ज डी अफेयर्स केथलीन स्टीफंस ने आज यहां केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने एक वैश्विक मुद्दे के रूप में महिला सशक्तिकरण के बारे में चर्चा करने के साथ ही महिलाओं के विरूद्ध अपराध की घटनाओं में वृद्धि के बारे में साझा सरोकार के बारे में चर्चा की। मेनका गांधी ने बताया कि उनकी सरकार इस मुद्दे से पूरी तरह अवगत है और इसके समाधान के लिए सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। मेनका गांधी ने देशभर के प्रत्येक जिले में वन-स्टॉप क्राइसिस सेंटर स्थापित किए जाने जैसे उपायों की चर्चा की, जिसके साथ पुलिस, कानूनविदों, प्रशिक्षित 24 घंटे का केयर टेकर, नर्सों, सलाहकारों का एक पैनल होगा और मुश्किल में पड़ी महिलाओं की सहायता के लिए एक बचाव वाहन होगा।
मेनका गांधी ने कहा कि भारत में पहली बार बच्चों की देखभाल के लिए अवधारणा तैयार की जा रही है और बाल न्याय (बाल संरक्षण और देखभाल) विधेयक, 2014 के माध्यम से सुधार लागू किए जा रहे हैं, जिसे संसद में पेश किया गया है। महिला और बाल विकास मंत्री ने कहा कि उन्होंने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखा है कि उनके पुलिस बल में कम-से-कम 33 प्रतिशत महिलाएं हों। केथलीन स्टीफंस ने अवसंरचना के क्षेत्र में महिलाओं के साथ अमरीकी सहयोग की पेशकश की और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए संस्थागत पहल करने और सोच में बदलाव लाने के बारे में बातचीत की।
इस सहयोग को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से दोनों पक्ष इस वर्ष के अंत तक महिला सशक्तिकरण पर एक उच्चस्तरीय वार्ता आयोजित करने के बारे में सहमत हुए। मेनका गांधी ने कहा कि यह वार्ता महिलाओं की जरूरतों को पूरा किए जाने के क्रियाशील कार्यक्रम के रूप में परिणत होना चाहिए और उनकी सहायता के लिए व्यावहारिक तरीके ढ़ूंढे जा सकें। उन्होंने कहा कि इसमें दोनों पक्षों के समर्पित गैर-सरकारी संगठनों को शामिल होना चाहिए। दोनों पक्षों ने महिला सशक्तिकरण वार्ता के विवरणों को अंतिम रूप देने के लिए बैठकों के तात्कालिक दौरे के बारे में सहमति व्यक्त की।