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Tuesday 16 September 2014 05:53:25 PM
लखनऊ। मसीही समुदाय ने कहा है कि लखनऊ में उनकी अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त शिक्षण संस्थाओं और उनकी परिसंपत्तियों के अस्तित्व को कुछ लोगों से खतरा हो गया है। मसीही समुदाय ने इन्हें बचाए रखने हेतु लखनऊ के लोगों, प्रशासन और राज्य सरकार सभी का सहयोग मांगा है। मसीही समुदाय ने मीडिया से कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 30 के अंतर्गत संविधान ने भारत में अल्पसंख्यक समुदायों को अपनी संस्थाएं स्थापित एवं संचालन हेतु मूल अधिकारों में स्वतंत्रता प्रदान की है, इसी के तहत मेथोडिस्ट चर्च इन इंडिया की लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज में छह शिक्षण संस्थाएं चल रही हैं। ये केवल उत्तर प्रदेश में ही नहीं वरन् अखिल भारतीय स्तर पर जानी मानी संस्था है, जिसका करीब 150 वर्ष से सुचारु रूप से संचालन किया जा रहा है, किंतु कुछ कारणों से यह संस्था अपना अस्तित्व खोने के कगार पर है, इसलिए इनके अस्तित्व को बचाने के लिए सबका सहयोग चाहिए।
मसीही समुदाय के नेताओं डॉ रॉकी जॉन और डॉ मोरिस कुमार के अनुसार लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज की बोर्ड ऑफ गवर्नर ने दिनांक 5.7.2014 को अपनी वार्षिक बैठक में एसडब्ल्यू प्रसाद को प्रेसिडेंट सेक्रेट्री मैनेजर के पद से कार्यमुक्त करके प्रोफेसर आरआर लायल को इन पदों पर नियुक्त किया है, किंतु कार्यमुक्त होने के पश्चात् भी एसडब्ल्यू प्रसाद निरंतर अवैधानिक रूप से कार्य किए जा रहे हैं तथा भू-माफियाओं और स्थानीय असामाजिक तत्वों के संग मिलकर प्रबंधक कार्यालय में कब्जा किए हुए हैं, इस कारण कॉलेज में निरंतर असामाजिक तत्वों का वर्चस्व बना हुआ है। मसीही समुदाय के नेताओं का कहना है कि एसडब्ल्यू प्रसाद ने अवैधानिक नियुक्तियां भी की हैं, जिनका अनुमोदन महाविद्यालय की प्रबंध समिति से नहीं होने के पश्चात् भी सरकारी अधिकारियों ने उनका अनुमोदन कर दिया है, जिससे स्पष्ट है कि इन भर्तियों में अनियमितता और भ्रष्टाचार है।
प्रेस कांफ्रेंस में मसीही समुदाय के नेताओं ने कहा कि जिला प्रशासन एवं पुलिस को लगातार सूचित किए जाने के पश्चात् भी उन्होंने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे एसडब्ल्यू प्रसाद एवं उनके साथ संलिप्त भू-माफियाओं एवं बाहुबलियों का मनोबल इतना बढ़ रहा है कि कॉलेज के वैधानिक प्राचार्य एवं शिक्षकों की जान-माल को खतरा पैदा हो चुका है। मसीही समुदाय के नेताओं ने एसडब्ल्यू प्रसाद एवं उनके साथियों के असंवैधानिक कार्यों की सूची भी जारी की है। मसीही समुदाय का आरोप है कि पुलिस तथा प्रशासन की मदद से प्रोफेसर रवि लायल को परेशान किया गया है, लखनऊ क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज के प्राचार्य तथा ट्रेज़रार को पुलिस ने अचानक उठाने की कोशिश की, लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज के भी बैंक अकाउंट्स को कब्जे में करने का प्रयास किया जा रहा है, लखनऊ क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के प्राचार्य पद तथा अन्य छह पदों पर असंवैधानिक भर्तियां की गई हैं, सेंटिनियल हायर सेकेंड्री स्कूल के पदों पर असंवैधानिक भर्तियां की गईं, भू-माफियाओं से प्रेसीडेंट ऑफिस तथा अन्य स्थानों पर अवैध कब्जा कराया गया है।
लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज एवं उनकी सभी संस्थाओं में इसाई समुदाय के छात्र, छात्राओं के प्रवेश में आरक्षण नियमपूर्वक किया जाता है, जिसके कारण अखिल भारतीय स्तर पर सभी डिनोमिनेशन के बच्चों को बिना भेदभाव के प्रवेश दिया जाता रहा है, अत: यह संस्था केवल मेथोडिस्ट चर्च की ही नहीं, बल्कि सभी ईसाई समुदाय की धरोहर है। मसीही समुदाय ने सभी से अनुरोध किया है कि इस अल्प-संख्यक गरिमामई संस्था को बचाने हेतु लखनऊवासी अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करें एवं अल्पसंख्यक अधिकारों को बचाने हेतु जागरूक रहकर इस अभियान में सक्रिय भाग लें-परमेश्वर ने हमें भय की नहीं पर सामर्थ और प्रेम और संयम की आत्मा दी है।