स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 17 September 2014 07:18:06 PM
भोपाल। सेंट थेरेसा गर्ल्स स्कूल परिसर में क्रॉस के एकसल्शन का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह पर्व 1886 में मदर क्लाउदीन एचर्नियर के सक्षम नेतृत्व में पवित्र क्रॉस की मंडली के गठन को स्मरण करने के लिए मनाया जाता है। आर्कबिशप भोपाल डॉ लियो कॉर्नेलियो ने बताया कि वे फेस्ट ऑफद एकसल्शन ऑफ द क्रॉस का पर्व दो कारणों से मनाते हैं-पहला पवित्र और सच्चे क्रॉस की खोज और दूसरा मसीह के प्रेम और बलिदान के चिन्ह को स्मरण करने के लिए। होली क्रॉस सिस्टर्स ने उनकी सेवाओं को विशेष रूप से जरूरतमंद और गरीबों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक कार्य आदि को जाति और संप्रदाय से ऊपर उठकर प्रतिपादित किया है।
रोज़ी जोसेफप्रिंसिपलसेंट थेरेसा गर्ल्स स्कूल ने बताया कि सेंट थेरेसा गर्ल्स स्कूल की स्थापना अंतरराष्ट्रीय समूह क्रॉस ऑफ चावनोद की बहनों ने की थी। बहनों को सभागार में स्कूल बैंड की धुन के साथ लाया गया, जहां उनका स्वागत फूलों के साथ किया गया। यह श्रृद्धांजलि उन सिस्टर्स को समर्पित थी, जो दुनियाभर में मिशन के कामों को प्रसारित करने के लिए काम कर रही हैं। अलग-अलग देशों के नृत्यों से इन भावों को व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ, जिसके बाद स्वागत भाषण और विशेष प्रार्थना का दौर चला। इस दौरान नाटक द अवेकनिंग का प्रस्तुतिकरण किया गया, जिसमें मनुष्य अपने कुकर्मों के कारण दुख भोगता है, साथ ही ईश्वर के बताए मार्ग पर चलने के महत्व पर जोर दिया गया। क्रॉस, होली क्रॉस सिस्टर्स, समान लोगों और ईश्वर के आर्शीवादों का स्रोत है। क्रॉस सिस्टर्स का यह चिन्ह पाप और कलह से मानव जाति की मुक्ति का प्रतीक है। कार्यक्रम का समापन होली क्रॉस मंडली के गुणगानों के गीतों के साथ हुआ।