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Wednesday 1 October 2014 05:54:19 AM
इलाहाबाद। पोस्टमास्टर जनरल इलाहाबाद परिक्षेत्र कार्यालय में हिंदी पखवाड़ा के समापन पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें हिंदी पखवाड़ा के दौरान आयोजित कार्यक्रमों की रूपरेखा पर प्रकाश डाला गया। इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर कहा कि हिंदी हमारी रोजमर्रा की भाषा है और इसे सिर्फ पखवाड़ा से ही जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों का आह्वान किया कि वे सरकारी कार्य में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए दिल से कार्य करें, ताकि हिंदी को जो राजभाषा का दर्जा दिया गया है, वह सही मायने में स्थापित हो सके।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि हिंदी भारतीय संस्कृति के मूल तत्वों की अभिव्यक्ति का माध्यम होने के साथ-साथ भारत के संविधान में वर्णित भावनात्मक एकता को सुदृढ़ करने का जरिया भी है, यह भाषा देश की एकता और अखंडता को बढ़ावा देने में सहायक रही है और हिंदी को यदि राजभाषा का संवैधानिक दर्जा दिया गया है तो उसके पीछे इसकी समृद्ध ऐतिहासिक विरासत एवं स्वत्रतंत्रता आंदोलन में प्रखर भूमिका रही है, इसीलिए जरूरत इस बात की है कि हम हिंदी के प्रचार-प्रसार और विकास के आयोजनों से परे भी इसे अपनी दैनिक दिनचर्या से जोड़ें।
कृष्ण कुमार यादव ने पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय में हिंदी पखवाड़ा के इस कार्यक्रम के हिंदी पर अच्छा काम करने वाले कार्मिकों और हिंदी प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया। निबंध प्रतियोगिता हेतु विक्रम सिंह, अजय प्रकाश दिवाकर, आरके श्रीवास्तव, हिंदी टंकण हेतु विनीत टंडन, राजेंद्र प्रसाद यादव, रत्नेश कुमार तिवारी एवं स्लोगन प्रतियोगिता हेतु राम बहादुर, इजलेश कुमार, अशोक कुमार पांडेय को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया। निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव का सहायक निदेशक मधुसूदन प्रसाद मिश्र ने स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीराम शुक्ला ने किया।