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Friday 3 October 2014 04:30:05 AM
भोपाल। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जब एक स्वतंत्र और उत्कृष्ट भारत वर्ष के निर्माण में संलग्न थे, तब उनसे जुड़े कुछ अन्य अभियान ऐसे भी थे, जिनकी शुरुआत बापू की ख़ास कोशिशों के नतीजे में थी और उनमे से एक था सफाई अभियान। बापू के आदर्शों के अनुसार सफाई किसी समाज विशेष की जिम्मेदारी नहीं होती है, और न ही कोई सामाजिक कर्तव्य मात्र, अपितु यह उत्कृष्ट मानव जीवनशैली का एक अभिन्न अंग है और किसी राष्ट्र एवं उसके समाज की सभ्यता का प्रारंभिक दर्शन होती है।
आकृति ने कोशिश की है की उनके रहवासियों को न केवल एक बेहतरीन जीवन शैली मिले, बल्कि उन्हें सर्वोत्तम एवं श्रेष्ठ दर्जे की सुविधाएं भी उपलभ करायी जाएं, फिर वह मध्य भारत में किसी रियल एस्टेट कंपनी का पहला कस्टमर केयर डिपार्टमेंट हो या मध्य भारत का सबसे बड़ा प्ले स्कूल कैंपस। आकृति ने आगे बढ़ कर भारतीय समाज को हर प्रकार से एक उन्नत जीवन शैली देने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का परिचय दिया है। रोज की तरह दो अक्तूबर को भी यह परिचय सबके सामने था।
रहवासियों को सर्वोत्कृष्ट जीवन शैली देने की अपनी परंपरा को कायम रखते हुए गत 2 अक्टूबर गाँधी जयंती पर आकृति ने एक विशेष सफाई अभियान शुरू किया। इस अभियान में आकृति के सभी स्टाफ ने अपने मैनेजमेंट के नेतृत्व में अपनी प्रमुख रहवासी परियोजनाओं आकृति इको सिटी, आकृति ग्रींस एवं आकृति गार्डेंस में सफाई अभियान चलाया। इन परियोजनाओं के रहवासियों ने भी इस अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इसके अलावा आकृति हेड ऑफिस में भी सफाई एवं ऑफिस सुव्यवस्थिता आदि विषयों पर पोस्टर प्रदर्शन जैसे अन्य आयोजन हुए।
आकृति के सीएमडी हेमंत कुमार ने इस अवसर पर कहा कि आज के अभियान का मकसद गांधीजी के उस विचार को और आगे ले जाना है, जो यह है कि स्वच्छ एवं स्वस्थ्य वातावरण के बिना एक उन्नत और तकनीकी रूप से उत्कृष्ट समाज की परिकल्पना असंभव है, आज जो भी इस श्रेष्ठ अभियान का हिस्सा बने, इसके लिए मै उन्हें बधाई देता हूं और आशा करता हूं कि सभी इसे अपनी नियमित जीवन शैली में भी अपनाएंगे।