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पान उत्पादकों को 50 प्रतिशत अनुदान

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Tuesday 22 January 2013 04:48:02 AM

लखनऊ। पान के महत्व को देखते हुए प्रदेश में पहली बार गुणवत्तायुक्त पान उत्पादन प्रोत्साहन योजना 21 जिलों में क्रियांवित की गई है। इस योजना में पान उत्पादक किसानों को कुल लागत की 50 प्रतिशत धनराशि अनुदान के तौर पर मिलेगी तथा यह राशि सीधे उनके खातों में जमा की जाएगी। किसान पान की खेती की ओर आकर्षित हों, इस हेतु योजना को प्रदेश में अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण निदेशक ओम नारायण सिंह ने बताया कि पान की खेती के लिए 1500 वर्ग मीटर में प्रति बरेजा का निर्माण 1,51,360 रुपए की लागत से किया जाएगा। इस प्रकार कुल 125 बरेजा का निर्माण राज्य स्तर पर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 50 प्रतिशत धनराशि में 75,680 रुपए लाभार्थी कृषक को अनुदान के रूप में मिलेंगे तथा शेष 50 प्रतिशत उसे स्वयं वहन करना होगा। इस योजना के तहत राज्य स्तर से 125 लाभार्थियों को चयनित कर उन्हें लाभांवित भी किया जाएगा।
उद्यान निदेशक ने बताया कि यह योजना प्रदेश के उन्नाव, रायबरेली, बाराबंकी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, ललितपुर, महोबा, बांदा, आजमगढ़, हरदोई, लखनऊ, कानपुर नगर, अमेठी, इलाहाबाद, सीतापुर, वाराणसी, मिर्जापुर एवं सोनभद्र जनपद में स्वीकृत की गई है। पान के प्रयोग एवं प्रशिक्षण का केंद्र महोबा जनपद है, जिसमें पान से संबंधित शोध कार्य एवं कृषकों को प्रशिक्षण व तकनीकी जानकारी दी जाती है। इसके साथ साथ बरेजा निर्माण की तकनीकी, कटिंग, उपचार एवं रोक कीट प्रबंधन पर भी किसानों को प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पान की प्रमुख प्रजातियों में से महोबा देशावरी, कपूरी, मगही, बनारसी, सोफिया, रामटेक, कलकतिया, बंगला, सांची, आयुर्वेदिक बंगला, मीठा व कपूरी मीठा हैं।

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