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Tuesday 22 January 2013 04:53:09 AM
लखनऊ। राजभवन के प्रांगण में 23 एवं 24 फरवरी को प्रादेशिक फल-शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन होगा। प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा समापन राज्यपाल से कराया जाना प्रस्तावित है। आयोजन में गृह वाटिका एवं शोभाकार उद्यानों की प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टि शुल्क, प्रवेश शुल्क तथा शिक्षाप्रद एवं औद्यानिक उत्पादों के स्टॉल लगाये जाने हेतु स्टॉल की शुल्क दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। यह दरें गत वर्ष की भांति ही लागू रहेंगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने शास्त्री भवन में अपने कार्यालय में ’प्रादेशिक फल-शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी समिति’ की बैठक में कहा कि राज्यपाल के कर-कमलों से 28 रनिंग शील्ड, 23 पुरस्कार महिलाओं एवं बच्चों के लिए अर्थात कुल 51 पुरस्कार अवश्य दिलाए जाएं, परंतु शेष पुरस्कारों के नामों की घोषणा कार्यक्रम में ही कराकर उनकी सुविधानुसार पुरस्कार दिया जाएं। उन्होंने कहा कि इस बार प्रदर्शनी में लगाए जाने वाले विभागीय स्टॉलों में से श्रेष्ठ स्टॉल लगाने वाले प्रतिभागियों में से एक को शील्ड देकर पुरस्कृत किया जाए।
जावेद उस्मानी ने कहा कि समिति के आय-व्यय का ऑडिट चार्टड एकाउंटेंट से कराकर आय-व्यय बैलेंस शीट अवश्य बनाई जाए। प्रदर्शनी के आयोजन हेतु 21 लाख रूपये की स्वीकृति की गई हैं। उन्होंने कहा कि सूचना विभाग से प्रदर्शनी की डाक्यूमेंट्री फिल्म बनवाकर उसका व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। प्रदर्शनी को आकर्षक एवं सुव्यवस्थित रूप से आयोजित कराने हेतु प्रदर्शनी स्थल पर सेना एवं पीएसी के बैंड का निःशुल्क प्रबंध कराने के साथ-साथ स्वच्छता के लिए कूड़ादान एवं पर्याप्त संख्या में अच्छी क्वालिटी के अस्थाई हाईजेनिक प्रसाधन (महिला एवं पुरूष) आदि की व्यवस्था नगर निगम तथा विकास प्राधिकरण लखनऊ से कराई जाए। बच्चों को आकर्षित करने के लिए विद्यालयों को प्रदर्शनी में आमंत्रित किया जाए। बैठक में बताया गया कि प्रदर्शनी में निजी पौधशाला स्वामियों को भी स्टॉल लगाने तथा शोभाकार पौधों की बिक्री हेतु आमंत्रित किया जायेगा। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक रंजन, प्रमुख सचिव राज्यपाल मंजीत सिंह, सचिव उद्यान डॉ रजनीश दुबे सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।