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Tuesday 22 January 2013 06:04:15 AM
नई दिल्ली। ब्रिटेन के व्यापार, नवरचना, कौशल और शिक्षा उपमंत्री मैथ्यू हैनकॉक और भारत के श्रम और रोजगार राज्य मंत्री के सुरेश के बीच आज श्रम शक्ति भवन में बातचीत हुई। बातचीत में दोनों पक्षों की ओर से संबद्ध मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। ब्रिटेन के मंत्री का स्वागत करते हुए के सुरेश ने कहा कि दोनों देशों के बीच शिक्षा और कौशल के क्षेत्र में मिलकर काम करने की काफी संभावनाएं हैं, जिससे स्थायी दीर्घकालिक व्यापार सहयोग कायम किया जा सकता है।
उन्होंने व्यापार और वाणिज्य बढ़ाने के साथ शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और ब्रिटेन के दो प्रधानमंत्रियों डेविड कैमरून के साथ जुलाई, 2010 में और टोनी ब्लेयर के साथ सितंबर, 2004 में हुए दो समझौतों की चर्चा की। के सुरेश ने रोज़गारोन्मुख व्यवसायिक कौशल प्रशिक्षण और नौकरी में रखने की व्यवस्था करने के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच चल रहे संयुक्त उद्यमों की चर्चा की।
इन्हें पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, बिहार, झारखंड और ओडीशा राज्यों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ चलाया जा रहा है। इससे अगले पांच वर्षों में दस लाख से ज्यादा लोगों को पांच सौ व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षण और प्रमाण-पत्र देने पर आधारित कौशल की व्यवस्था होगी। ब्रिटेन ने प्रशिक्षण के क्षेत्र में भारत की पहल की सराहना की और आश्वासन दिया कि वह दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने का प्रयास जारी रखेगा।