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बिजनौर में प्रमुख सचिव को मिलीं गड़बड़ियां

जिले में स्‍थलीय और कार्यालयों का निरीक्षण

जांच और दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए

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Monday 2 February 2015 12:56:23 PM

principal secretary up dr. harasharan das and dm bhupendra s. chowdhury

बिजनौर। प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग डॉ हरशरण दास अपने निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के तहत बिजनौर जिले के विभिन्न स्थानों एवं कार्यालयों का निरीक्षण करने पहुंचे और विभिन्न अनियमितताएं पाए जाने पर नाराजगी प्रकट की, जांच और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किरतपुर के निरीक्षण में गुणवत्तापरक उपचार न होना तथा 108-एम्बुलेंस सेवा के अभिलेखों का रख-रखाव सुव्यवस्थित न पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी बिजनौर को निर्देश दिए कि वे तत्काल आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने नजीबाबाद में अग्नि-शमन केंद्र की इमारत में खामियां पाए जाने पर मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वे उप निमार्ण समिति से कार्य के मानक और उसकी गुणवत्ता का परीक्षण कराएं और दोषी के विरूद्व दंडात्मक कार्रवाई के लिए अपनी आख्या दें।
डॉ हरशरण दास ने रात देर तक चलने वाली जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा था कि निमार्ण कार्य की गुणवत्ता में तभी समुचित सुधार आ सकता है, जब कार्य की गुणवत्ता एवं मानक में कमी पाए जाने पर दोषी के विरूद्व दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाए, चाहे उसकी दोषी कार्यदायी संस्था हो या उसका जिम्मेदार ठेकेदार या अधिकारी हो। उन्होंने कहा कि शासन चाहता है कि सरकारी भवन पूर्ण गुणवत्ता और मानक के अनुसार निर्मित किए जाएं, ताकि संबंधित विभाग और जनसामान्य को उसका भरपूर लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने निर्देश दिए कि कार्यदायी संस्था को धनराशि की अंतिम अदायगी उप निमार्ण समिति की संस्तुति के आधार पर सुनिश्चित की जाए। इसी के साथ उन्होंने विभागीय अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे स्वयं भी जांच करते रहें कि कार्य मानक और गुणवत्ता के अनुरूप किया जा रहा है अथवा नहीं।
प्रमुख सचिव ने किरतपुर नगरपालिका कार्यालय की उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण किया, जिसमें सभी 15 कर्मचारी उपस्थित पाए गए। उन्होंने स्टोर कक्ष, सहायक लेखाकार कक्ष का भी निरीक्षण किया। कार्यालय एवं प्रांगण में सफाई की स्थिति अच्छी मिली। इस अवसर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नगरपालिका के सेनेट्री इंस्पेक्टर की नगर में सफाई पर ध्यान न दिए जाने तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉ शील कुमार गौतम की मरीजों से अभद्रता और दवाई बाहर से लिखे जाने की शिकायत की, जिस पर उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को जांच कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। डॉ दास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किरतपुर पहुंचे और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। औषधी वितरण कक्ष के निरीक्षण में पांच मरीजों की पर्चियां मिलीं, जिनमें से चार पर्चियों में सीट्राजीन नामक दवाई पाए जाने पर उन्होंने संबंधित चिकित्सक को तलब कर लिया। चिकित्सक ब्रजपाल सिंह ने स्वीकार किया कि यह तमाम पर्चियां उन्हीं की लिखी हैं, वे सीट्राजीन दवाई लिखे जाने का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। एम्बुलेंस सेवा के अभिलेखों में तारीख और आवश्यक जानकारी न पाए जाने पर उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को जांच के आदेश दिए।
डॉ हरशरण दास ग्राम सैदपुर मीरा पहुंचे और वहां पर हुए विकास एवं राजस्व कार्यों का निरीक्षण किया। गांव में एक भी बीपीएल एवं अंत्योदय कार्ड धारक न पाए जाने पर उन्होंने बीडीओ को निर्देश दिए कि गावं में सर्वे कार्य करा कर यदि कोई व्यक्ति पात्रता की श्रेणी में आता है तो उसे तत्काल उसका लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें। गांववासियों ने उनसे गांव में बारात घर, बिजली की जल्द सप्लाई, कच्ची सड़कों को पक्का कराने, गलियों में सीसी कार्य कराने, तीन अतिरिक्त हैंडपम्प एवं पांच सोलर लाईटों की मांग की। इस पर उन्होंने खंड विकास अधिकारी को निर्देश भी दिए।प्रमुख सचिव नजीबाबाद में बनने वाले फायर स्टेशन भवन का निरीक्षण करने गए। फायर स्टेशन में एक प्रशासनिक भवन, दो टाईप थ्री, टाईप टू के पांच तथा टाईप फर्स्ट के 16 आवासों का निमार्ण चल रहा है। यह कार्य यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड कुल 261.94 लाख की लागत से करा रहा है।
निरीक्षण में निमार्ण कार्य मानक एवं गुणवत्ता के अनुसार नहीं पाए जाने पर उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को अपने नेतृत्व में उप निमार्ण समिति से जांच कराने और दोष प्रकाश में आने पर संबंधित के विरूद्व दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी भूपेंद्र एस चौधरी, मुख्य विकास अधिकारी अखंड प्रताप सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एसके अग्निहोत्री, परियोजना निदेशक हीरालाल, जिला विकास अधिकारी अशोक कुमार निगम, उप जिलाधिकारी मनोज राय, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ब्रजभूषण शर्मा और अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

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