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Tuesday 3 March 2015 04:39:23 AM
महराजगंज। दीवानी कचहरी फरेंदा में सोमवार को प्रशासनिक न्यायमूर्ति एआर मसूदी को एक स्वागत समारोह में बार एसोसिएसन के अध्यक्ष रामसहाय गुप्ता व मंत्री रवींद्रनाथ उपाध्याय ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सिविल जज जूनियर डिवीजन फरेंदा डॉ सुनील कुमार सिंह ने न्यायमूर्ति एआर मसूदी को न्याय की देवी की मूर्ति भी भेंट की। न्यायमूर्ति एआर मसूदी ने इस अवसर पर कहा कि यद्यपि उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है, लेकिन वे इस न्यायिक परिसर में सुधार व विस्तार के लिए अपना हर संभव सहयोग प्रदान करते रहेंगे।
न्यायमूर्ति एआर मसूदी ने कहा कि जहां न्यायिक व्यवस्था में सुधार व उसे आगे बढ़ाते रहने की जिम्मेदारी अधिवक्ताओं की है, वहीं न्याय व्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के चलते वादकारियों के मन में न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास को बनाए रखने का गुरुतर उत्तरदायित्व भी उनके कंधों पर ही है। न्यायमूर्ति मसूदी ने कहा कि महराजगंज का स्थान उनके मष्तिश्क में है, लेकिन फरेंदा का स्थान उनके दिल में है और वे प्रशासनिक न्यायमूर्ति के पद पर रहें न रहे, लेकिन वे इस परिसर की समस्याओं के समाधान के लिए अपना सहयोग हमेशा प्रदान करते रहेंगे।
जनपद न्यायाधीश शशिकांत शुक्ल ने कहा कि जिस तरह गंगाजल की पवित्रता बनाए रखने के लिए सतत प्रवाह की आवश्यकता होती है, उसी तरह न्यायिक व्यवस्था में सतत प्रवाह की आवश्यकता है। शशिकांत शुक्ला ने आए दिन होने वाले न्यायिक बहिष्कारों के बारे में किसी का नाम लिए बिना अधिक से अधिक न्यायिक दिवस सृजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि उनकी समस्याओं के समाधान का वे पूरा प्रयास करेंगे। सीजेएम प्रमोद कुमार गुप्त ने लोगों से न्यायिक-सत्र में अधिक से अधिक वादों का निस्तारण करने का संकल्प लेते हुए अधिवक्ताओं से भी संकल्प लेकर कार्य करने की अपील की।
सिविल जज डॉ सुनील कुमार सिंह ने न्यायमूर्ति के सहयोग से परिसर में हुए कार्यों के लिए उनका अभिवादन किया और बताया कि अतिरिक्त न्यायालयों की स्थापना के लिए विचाराधीन अधिग्रहण की प्रक्रिया कानूनी उलझनों के बीच उलझ गई है। डॉ सुनील कुमार सिंह ने परिसर में उपलब्ध खाली जमीन के साथ ही पुराने कर्मचारी आवासों को ध्वस्त कर बहुमंजिली इमारत का निर्माण कराए जाने के लिए न्यायमूर्ति से सहयोग प्रदान करने की अपील की। इस अवसर पर प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारी चंद्रगुप्त के अलावा डीएन मिश्र, ओपी पांडेय, मुकेश सिन्हा, डीएन चतुर्वेदी, देवनंदन त्रिपाठी, सुधेषेहन श्रीवास्तव, मुहम्मद हई, अब्दुल मजीद खान आदि अधिवक्ताओं ने न्यायमूर्ति एआर मसूदी तथा उनके साथ आए जिला जज व सीजेएम का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वादकारी सस्ता व त्वरित न्याय पाने में सक्षम नहीं हैं और परिसर में अतिरिक्त न्यायालयों की स्थापना कराया जाना समय की मांग है। न्यायमूर्ति से अधिवक्ताओं ने आग्रह किया कि वे इस दिशा में पहले की तरह ही अपना सहयोग प्रदान करें, जिससे अधिवक्ताओं और साथ ही वादकारियों को त्वरित न्याय भी मिल सके। कार्यक्रम का संचालन एसोसिएसन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद कुमार मिश्र ने किया। इस अवसर पर सभी अधिवक्ता मौजूद थे।