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Sunday 19 April 2015 01:07:08 AM
जोधपुर। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के जोधपुर प्रधान डाकघर के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने प्रधान डाकघर जोधपुर के सुकन्या समृद्धि योजना मेले में कहा है कि आज बेटियां समाज के हर क्षेत्र में नित नए मुकाम हासिल कर रही हैं, बेटियों की समृद्धि और खुशहाली पर ही समाज का भविष्य टिका हुआ है, इसीलिए बेटियों की उच्च शिक्षा और उनके विवाह के लिए डाकघरों में सुकन्या समृद्धि योजना आरंभ की गई है। सुकन्या समृद्धि योजना पर प्रकाश डालते हुए कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि सामान्यतया यह स्कीम 10 साल तक की बच्चियों के लिए है, पर अधिकाधिक लोगों को इससे जोड़ने हेतु फिलहाल 1 दिसंबर 2015 तक ये खाते उन बच्चियों के नाम भी खोले जा सकते हैं, जिनका जन्म 3 दिसंबर 2003 को या उसके बाद हुआ हो।
निदेशक डाक सेवाएं ने बताया है कि मात्र सौ रूपये प्रतिमाह जमा करके इस योजना से जुड़ा जा सकता है, इसमें एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 1,000 और अधिकतम डेढ़ लाख रूपये तक जमा किए जा सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के प्रति लोगों में बढ़ते आकर्षण के परिणामस्वरूप डाक विभाग ने अब इस योजना से लोगों को जोड़ने की मुहिम और तेज कर दी है। उन्होंने कहा कि इस मुहिम में डाक विभाग अब इसके लिए और भी मेले लगाने से लेकर डाकियों से पंपलेट बंटवाने की योजना पर कार्य कर रहा है। कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अधिकाधिक बेटियों के खाते खोलने हेतु सभी मंडलाधीक्षकों को स्कूल-कॉलेजों में विशेष कर बालिका विद्यालयों में संपर्क करने हेतु कहा गया है। इसके अलावा जोधपुर क्षेत्र के ग्रामीण स्तर पर सरपंचों से मिलकर लोगों को बेटियों के हक के प्रति जागरूक करने और उनके नाम में खाते खोलने हेतु निर्देशित भी किया गया है। उन्होंने बताया कि जोधपुर क्षेत्र के डाकघरों में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत वर्तमान में 25 हजार से ज्यादा खाते खोले जा चुके हैं, इससे अधिकाधिक लोगों को जोड़ने हेतु क्षेत्र के विभिन्न डाक उपमंडलों में डाक मेले आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत पूरे देश में डाकघरों ने मात्र 2 माह फरवरी-मार्च में 27 लाख से ज्यादा खाते खोले गए, जिनमें 310 करोड़ रूपये जमा हुए, जबकि इसी दौरान सभी अधिकृत बैंकों ने मिलकर मात्र 1.8 लाख सुकन्या समृद्धि खाते ही खोले। सुकन्या खाता खोलने से मात्र 14 वर्ष तक धन जमा कराना होगा। सरकार ने इस पर ब्याज 9.1 से बढाकर 9.2 प्रतिशत कर दिया है और इसमें जमा धनराशि में आयकर छूट का भी प्राविधान है। इस मेले में कुल 1000 बालिकाओं के खाते खोले गए, जिन्हें निदेशक डाक सेवाएं ने पासबुक देकर उनके सुखी व समृद्ध भविष्य की कामना की। सुकन्यामेले में जोधपुर प्रधान डाकघर के सीनियर पोस्टमास्टर हेमराज राठौड़ ने बताया कि खाता खोलने के लिए बालिका का जन्म प्रमाणपत्र, अभिभावक का फोटोग्राफ, जमाकर्ता की पहचान और आवासीय प्रमाण से संबंधित दस्तावेज जरूरी हैं। कार्यक्रम का संचालन सहायक डाक अधीक्षक रामलाल मुंड ने किया, जबकि मेले में आगंतुकों का आभार ज्ञापन अनिल कौशिक ने किया। इस अवसर पर सहायक निदेशक कानसिंह राजपुरोहित, तरूण कुमार शर्मा, सहायक डाक अधीक्षक, सुदर्शन सामरिया, राजेंद्र सिंह भाटी निरीक्षक डाकघर भी उपस्थित थे।