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Sunday 27 January 2013 10:02:56 AM
देहरादून। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भारत के गणतंत्र दिवस की 64वीं वर्षगांठ बड़े हर्षोल्लास से मनाई गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्येंद्र प्रसाद मिश्र ने विश्वविद्यालय प्रांगण में ध्वजारोहण किया। कुलपति ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों, कर्मचारियों को भारत के स्वतंत्रता आंदोलन एवं भारतीय संविधान की विशिष्टता के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला।
कुलपति ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् देश ने हर क्षेत्र में निरंतर उन्नति की है, आज भारत की अर्थव्यवस्था अन्य देशों की तुलना में काफी मजबूत है, देश ने शिक्षा, विज्ञान, चिकित्सा, सूचना प्रौद्योगिकी, औद्योगिक विकास एवं रक्षा तकनीक आदि क्षेत्रों में नित नए आयाम स्थापित किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप आगामी वर्षों में भारत एक महाशक्ति के रूप में स्थापित होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं को देश के प्रति सजग एवं जागरूक रहते हुए कार्य करना चाहिए, साथ ही महिलाओं के प्रति सदैव सम्मान रखना चाहिए, क्योंकि हमारे महापुरूषों एवं मातृ शक्ति के बलिदानों एवं त्याग के पश्चात् ही हमें स्वतंत्रता की प्राप्ति हुई है। उन्होंने कहा कि आज युवाओं में नैतिक आचरण एवं राष्ट्रीय मूल्यों का ह्रास हो रहा है, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने सभी को अपने राज्य एवं देश के प्रति कर्तव्य एवं दायित्व को पूरा करने पर बल दिया। समारोह में वित्त नियंत्रक जगदीश चंद्र, कुल सचिव बीडी मैठाणी, संतराम पंचाल, जगदीश भंडारी, डॉ किरन बडोनी आदि उपस्थित थे।