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Thursday 2 July 2015 06:50:08 AM
जम्मू। भारतीय हिंदुओं के परम धाम और धर्म-आध्यात्म को समर्पित वार्षिक अमरनाथ यात्रा कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच आज से शुरू हो गई। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अमरनाथ यात्रा के सुचारू और शांतिपूर्ण संचालन के लिए राज्य सरकार और अमरनाथजी श्राईन बोर्ड के सुरक्षा और अन्य उपायों पर संतोष भी व्यक्त किया है। राजनाथ सिंह ने सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने के लिए आज सुबह पवित्र गुफा श्राईन का दौरा किया और यात्रा के सुचारू संचालन संबंधी प्रबंधों का भी निरीक्षण किया। राजनाथ सिंह ने पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की और शिवलिंगम के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रा पर गए तीर्थयात्रियों से मिलकर वे संतुष्ट हुए हैं, क्योंकि तीर्थयात्रियों ने उनके लिए किए गए जोरदार प्रबंधों और सुविधा संबंधी उपायों पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित, संरक्षित और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार को सभी सहायता और प्रोत्साहन देने के बारे में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए किए गए विशेष उपायों को लेकर उन्होंने राज्य सरकार की सराहना की। गृहमंत्री ने श्रीनगर में राजभवन में राज्यपाल एनएन वोहरा से मुलाकात की और बाहरी तथा आंतरिक सुरक्षा से संबंधितत मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। उन्होंने बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए राहत और पुनर्वास से संबंधित मुद्दों और अमरनाथ यात्रा से जुड़े उपायों के बारे में भी चर्चा की। राजनाथ सिंह ने सितंबर 2014 में आई बाढ़ से पीड़ित लोगों के लिए सभी सहायता और समर्थन देने के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर को पूर्णत: पुनर्वासित और समृद्ध राज्य के रूप में देखने के लिए काफी इच्छुक हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार सभी शिकायतों और मुद्दों को सुनने के लिए तैयार है, हालांकि उन्होंने हिंसा और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को सिरे से खारिज किया। राजनाथ सिंह ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुल मिलाकर सुरक्षा की स्थिति में सुधार होगा, जिससे वहां सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (एएफएसपीए) की कोई आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से सकारात्मक रवैये की उम्मीद करते हुए कहा कि भारत पाकिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों के साथ सौहार्द और मैत्रीपूर्ण संबंधों के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि फिलहाल कश्मीर में अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस के साथ बातचीत का कोई प्रस्ताव नहीं है। दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले राजनाथ सिंह ने दरगाह हजरतबल श्राईन का भी दौरा किया और राज्य में शांति तथा समृद्धि के लिए प्रार्थना की।