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Tuesday 29 January 2013 07:25:28 AM
नई दिल्ली। प्रसार भारती की कार्य प्रणाली की समीक्षा के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। इस समीक्षा कार्य में सरकार के साथ संबंध, जन-प्रसारण के रूप में इसकी सतत भूमिका और संगठन का तकनीकी विकास सुनिश्चित करना शामिल है। विशेषज्ञ समिति में सैम पित्रोदा जन-सूचना ढांचा और नवीकरण पर प्रधानमंत्री के सलाहकार अध्यक्ष, आशा स्वरूप आईएएस (सेवा निवृत्त) तथा भारत सरकार की पूर्व सचिव सदस्य, डॉ बीके गैरोला मिशन निदेशक (ई-गवर्नेंस) सदस्य, शेखर कपूर सदस्य राष्ट्रीय नवीकरण परिषद सदस्य, प्रोफेसर एमपी गुप्ता, आईआईटी दिल्ली सदस्य, जितेंद्र शंकर माथुर अतिरिक्त सचिव एवं प्रसार भारती बोर्ड में नामित सदस्य, जवाहर सरकार मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रसार भारती सदस्य संयोजक बनाए गए हैं।
समित के कार्यक्षेत्र में सरकार के साथ इसके संबंधों को ध्यान में रखते हुए एक जन-प्रसारक के रूप में प्रसार भारती की भूमिका को सतत, मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए सुझाव देना। सेन गुप्ता समिति, बख्शी समिति तथा नारायण मूर्ति समिति की प्रसार भारती के बारे में की गई अध्ययन सिफारिशों के कार्यान्वयन की स्थिति की समीक्षा करना तथा प्रसार भारती की पहुंच और इसकी क्षमता में वृद्धि के लिए कार्य योजना का सुझाव देना। दूरदर्शन और आकाशवाणी के अधिकार में मौजूद अभिलेखों, जिनमें स्वाधीनता आंदोलन काल से संबंधित सामग्री को डिजिटल रूप में संरक्षित करना और डाटा डिजिटीकरण प्रणाली, डाटा केंद्रों और नेटवर्क आदि के लिए एक सशक्त ढांचा विकसित करने संबंधी सुझाव देना।ब्रॉडकास्ट मोड (डीटीएच) और मांग आधारित मोड (यू ट्यूब जैसे सोशल मीडिया पर मुफ्त तथा आईपीटीवी के जरिए शुल्क देकर) अर्थात दोनों मोड में मीडिया का उपयोग करने के सुझाव देना। संपूर्ण विश्व में दर्शकों तक पहुंच सुनिश्चित करने के साथ-साथ एक विशेष सेवा तैयार करने के लिए घरेलू और विदेशी व्यापार भागीदारों का नेटवर्क तैयार करने की नीति के बारे में सुझाव देना। अन्य कोई वैधानिक मुद्दा, जिस पर समिति अलग से विचार करना चाहे।