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Friday 16 October 2015 10:43:55 PM
हैदराबाद। हैदराबाद में देश के प्रतिष्ठित मिसाइल कांप्लेक्स का नाम 'डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कांप्लेक्स' रखा गया है। रक्षामंत्री मनोहर पार्रिकर ने इस कांप्लेक्स को यह नया नाम दिया। ‘मिसाइल मैन’ के नाम से प्रख्यात डॉ कलाम की 84वीं जयंती के अवसर पर अनुसंधान केंद्र की इमारत (आरसीआई) में यह ऐतिहासिक कार्यक्रम हुआ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम 1982 में डीआरडीओ के मिसाइल कांप्लेक्स से जुड़े और करीब दो दशक तक इसका हिस्सा रहे। इस मिसाइल कांप्लेक्स में उन्नत प्रणाली प्रयोगशाला यानी एडवांस सिस्टम लेबोरेटरी (एएसएल), रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल) और अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) है, जिन्हें डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के दिमाग की ही उपज माना जाता है।
संस्थापक निदेशक के रूप में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने इसकी कल्पना की और महत्वपूर्ण मिसाइल प्रौद्योगिकी के एक जनरेटर के रूप में आरसीआई को चलाया। रक्षामंत्री मनोहर पार्रिकर ने आरसीआई की दो उन्नत अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) सुविधाओं का उद्घाटन भी किया। ये हैं डुंडीगल में आउटडोर आरसीएस परीक्षण केंद्र 'औरेंज' और आरसीआई हैदराबाद में कौटिल्य उन्नत अनुसंधान केंद्र। कार्यक्रम में रक्षामंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार और आरसीआई के निदेशक डॉ जी सतीश रेड्डी के साथ-साथ गणमान्य वैज्ञानिक, लैब निदेशक, प्रोजेक्ट डायरेक्टर्स, वरिष्ठ अधिकारी और डीआरडीओ के कर्मचारी उपस्थित थे।