स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 21 October 2015 12:07:52 AM
लखनऊ। प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा और उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जगमोहन सिंह यादव ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा में कई गंभीर अपराधों में वांछित और फरार डेढ़ लाख के इनामी और कुख्यात अपराधी मुकीम उर्फ काला को उसके साथियों सहित गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त करने वाली टीम एवं उसके नेतृत्व को बधाई देते हुए कहा है कि पुलिस की इस कार्रवाई से जनता में सुरक्षा के प्रति विश्वास मजबूत होगा। उल्लेखनीय है कि कल एसटीएफ टीम को मुकीम उर्फ काला को उसके साथी 50 हजार रुपए के इनामी कुख्यात शातिर अपराधी साबिर सहित गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है। मुकीम उर्फ काला पर 30 तथा उसके साथी साबिर पर 15 अभियोग पंजीकृत हैं। इनसे एक एके-47 मैगजीन के 93 कारतूस, एक .30 बोर पिस्टल दो मैगजीन 65 कारतूस, एक रिवाल्वर .38 बोर और 34 कारतूस, 15 कारतूस .9 एमएम के, एक मोबाइल फोन व एक स्वीफ्ट डिजायर कार बरामद की गई है।
पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मुकीम उर्फ काला पूर्व में जनपद सहारनपुर के कुख्यात अपराधी एवं 50 हज़ार रूपए के इनामी अपराधी मुस्तफा उर्फ कग्गा पुत्र जमील निवासी बाढ़ी माजरा थाना गंगोह जनपद सहारनपुर के गिरोह का सक्रिय सदस्य रहा है। मुस्तफा उर्फ कग्गा 28 अक्टूबर 2011 को ग्राम बीनपुर के जंगल में एसओजी सहारनपुर पुलिस से मुठभेड़ में मारा जा चुका है। कग्गा की मौत के उपरांत मुकीम उर्फ काला पुत्र मुस्तकीम निवासी ग्राम जहानपुरा थाना कैराना जनपद शामली इस गैंग का सरगना बन गया। इसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की टीम लगातार जनपद मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में उसके ठिकानों की जानकारी एवं सुरागरसी कर रही थी। सोमवार को अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि मुकीम काला अपने साथी साबिर जंधेड़ी के साथ सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर गाड़ी यूपी-16सीके-7969 से ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे से दिल्ली होकर लोनी जाएगा।
एसटीएफ यूपी ने इस सूचना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए राजकुमार मिश्रा पुलिस उपाधीक्षक अपनी और नोएडा टीम के साथ नोएडा गेट पर उनकी गाड़ी आने का इंतजार करने लगे। शाम को यह गाड़ी वहां पहुंची जिसको घेरकर गाड़ी में बैठे मुकीम उर्फ काला और साबिर को गिरफ्तार कर लिया गया। काला से जब पूछताछ हुई तो उसने अपने असलहे कैराना में रखा होना बताया। उनकी निशानदेही पर इन असलहों की बरामदगी हुई। बरामद एके-47 के विषय में उसने बताया कि उसने वह अनिल दुजाना से खरीदी है। शामली के थाना कैराना पर यह मुकद्मा पंजीकृत किया गया है। ध्यान रहे कि मुकीम काला का शामली कैराना और पश्चिम उत्तर प्रदेश में आतंक था और इसे कई प्रभावशाली नेताओं का संरक्षण भी प्राप्त था, जिनके कारण ये लंबे समय तक छिपा रहा। ज्ञात हुआ है कि एसटीएफ को साबिर और मुकीम से और भी कई अपराधों और उनके संरक्षणदाताओं का पता चल रहा है और एसटीएफ ने इनकी निशानदेही पर और भी जगह छापेमारी की है।