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Sunday 03 February 2013 04:35:23 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पशु तस्करी करने वालों के विरूद्ध 1/2 फरवरी की रात को पुलिस के एक दिवसीय अभियान के दौरान खासतौर से गौवंश और भारी मात्रा में उसके माँस सहित बरामदगी हुई है। कहने को तो यह अभियान प्रदेशव्यापी था, लेकिन इसके केंद्र में पशु तस्करी की एक घटना में एक पुलिस अधीक्षक को पेश की गई एक लाख रुपए की रिश्वत थी और इस अभियान का केंद्र भी राज्य के कुछ ही जिले थे, फिर भी इय अभियान में पुलिस को जो मिला, उससे साबित होता है कि उत्तर प्रदेश में बड़े भारी पैमाने पर गौवंश सहित पशुधन की तस्करी और हत्या हो रही है।
उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि जनपद संतकबीर नगर, फिरोजाबाद, खीरी, सिद्धार्थ नगर, पीलीभीत, संभल, रामपुर, औरैया, इटावा, हरदोई, अमरोहा एवं शामली में पशुओं की तस्करी के खिलाफ राज्य व्यापी अभियान में कुल 15 वाहनों (ट्रक, डीसीएम, पिकप आदि) को रोक कर उन्हें चेक करने के उपरांत 36 गाय, 16 भैंस, 62 बछड़े-बछिया, 74 बैल और 29.5 कुंतल गोमाँस बरामद हुआ है। इस संबंध में कुल 28 तस्करों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध गौवंश अधिनियम 3/11 पशु क्रूरता अधिनियम व 429 भादवि के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कर उन्हें जेल भेजा गया है।
पुलिस के बुलेटिन में एक घटना का उल्लेख करते हुए बताया गया है कि पुलिस अधीक्षक गौंडा ने सूचना के आधार पर थाना खरगो पुलिस को पशु तस्करों के विरूद्ध कार्रवाई के आदेश दिए थे, जिस पर थाना खरगो पुलिस ने 29 दिसंबर 2012 को एक ट्रक को रोककर 50 बैल बरामद कर तीन तस्करों साजिद खॉ, सद्दाम और सुएब को गिरफ्तार किया था। तीस दिसंबर को आशुतोष पांडेय निवासी-कांधला, जनपद-शामली ने फोन करके अभियुक्तों को छोड़ने को कहा। उसने पुलिस अधीक्षक के कैंप कार्यालय में आकर एक लाख रूपए रिश्वत देने का लालच दिया, जिस पर पुलिस अधीक्षक ने एक लाख रूपये रिश्वत देने के आरोप में आशुतोष पांडेय, इब्राहिम खॉ, फिरोज खॉ और सगीर अहमद को स्कार्पियो नंबर यूपी-43क्यू-1382 सहित गिरफ्तार करा दिया था।
इस संबंध में अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की गई थी। पूछताछ पर आशुतोष पांडेय ने पुलिस को बताया कि वह कुख्यात पशु तस्कर मोहम्मद माजिद के लिये कार्य करता है तथा विभिन्न जनपदों में जाकर पुलिस कर्मियों एवं अधिकारियों से पशु तस्करी के लिए सेटिंग करता है। थाना कोतवाली गौंडा पर नियुक्त दरोगा दीप नरायन सिंह, आरक्षी चालक मनोज सिंह, आरक्षी औरंगजेब को चेकिंग में लापरवाही बरतने का दोषी पाये जाने पर निलंबित कर उनके विरुद्ध आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस अभियान के लिए जिले भी ऐसे चयनित किए गए थे, ताकि किसी को सपा सरकार पर कोई बड़ा आरोप लगाने का ज्यादा मौका न मिले।
पुलिस के प्रवक्ता के अनुसार पुलिस महानिदेशक की अपेक्षानुसार अरूण कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून-व्यवस्था, उप्र ने प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिये थे कि पशु तस्करी करने वालों के विरूद्ध 1/2 फरवरी की रात्रि में सघन अभियान चलाया जाए। इस आदेश के अनुपालन में प्रदेश स्तर पर एक साथ पशु तस्करी करने वालों के विरूद्ध अभियान चलाया गया, जिसमेंपुलिस पशु तस्करी करने वालों के विरूद्ध सघन अभियान चलाया गया था। पुलिस प्रवक्ता ने सफाई दी है कि पशु तस्करी की इस घटना में पुलिस अधीक्षक को एक लाख रुपए की रिश्वत देने के दृष्टिगत यह अभियान चलाया गया था।