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Wednesday 9 December 2015 12:45:24 AM
नई दिल्ली। बाल भवन में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ विषय पर आधारित कला उत्सव का उद्घाटन करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति इरानी ने कहा है कि कला उत्सव एक ऐसा अनोखा मंच है, जहां एक ही स्थान पर देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कला, संस्कृति तथा भाषा को जानने का अवसर मिलता है। निर्णायक मंडल के सदस्यों, अभिभावकों, अध्यापकों और देश भर से आए लगभग 1,400 प्रतिभागी छात्रों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि जो प्रतिभागी यहां विभिन्न प्रकार की कला और संस्कृति का प्रदर्शन करने आए हैं, वे जब वापस लौटे तो सबके साथ सहयोग करने की भावना से ओतप्रोत होकर जाएं।
कला उत्सव की वेबसाइट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 सितंबर को किया था और कला उत्सव प्रधानमंत्री के विजन का परिचायक है। कला उत्सव प्रतिभागियों के कौशल का बढ़ाता है और उन्हें भारतीय संस्कृति के दूत के रूप में तैयार करता है, इसके साथ वह शिक्षा में कला का समावेश भी करता है। स्मृति इरानी ने कला के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाने वाले छात्रों के साथ उनके अभिभावकों और अध्यापकों को बधाई दी। उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को भी धन्यवाद दिया कि उन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रमों से समय निकालकर छात्रों से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि पुरस्कार वितरण समारोह 11 दिसंबर 2015 को होगा, जिसमें नोबेल पुरस्कार प्राप्त डॉ कैलाश सत्यार्थी, प्रतिष्ठित नृत्यांगना सोनल मान सिंह और प्रसिद्ध लेखक रस्किन बांड भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने प्रतिभागियों की तैयार की गई ई-पुस्तकों की भी सराहना की और उनका आह्वान किया कि वे ई-पुस्तकों के जरिए विभिन्न राज्यों की कला, संस्कृति और इतिहास की जानकारी प्राप्त करें। इस अवसर पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव डॉ एससी खुंटिया, अवर सचिव रीना रे और एनसीईआरटी के निदेशक डॉ ऋषिकेश सेनापति भी उपस्थित थे।