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Monday 18 April 2016 05:05:01 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने संत जोसफ इंटर कालेज के स्थापना दिवस एवं वार्षिकोत्सव में कहा है कि विद्यार्थी पढ़ाई करें, केवल किताबी कीड़ा न बनें, बल्कि अन्य गतिविधियों में भी प्रतिभाग करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी विश्व से प्रतिस्पर्धा करने के लिए कड़ा परिश्रम करें, देश के अच्छे नागरिक बनकर देश की समस्याओं का अपनी बुद्धि से हल निकालें, विद्यार्थी जीवन में यही उनका परम कर्तव्य है। राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि शिक्षक के आधार पर विद्यालय चलता है तथा छात्रों के परिणाम को देखकर विद्यालय का नाम बढ़ता है, विद्यार्थियों के विकास में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, शिक्षा के माध्यम से परिवार आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार के साथ-साथ समाज भी आगे आए।
रामनवमी की बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम ने अपने जीवन में आदर्श के कीर्तिमान स्थापित किए हैं, जो अनुकरणीय हैं और सभी के लिए आत्मसात करने के लिए हैं, वे आदर्श पुत्र, पति, राजा एवं पिता के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि देश में ऐसा रामराज हो जहां सबको आनंद हो और सबकी सुनी जाए। राज्यपाल ने कहा कि गुणवत्ता एवं उत्कृष्टता आज के युग में महत्वपूर्ण है, आज सारा काम विज्ञान की प्रगति के आधार पर हो रहा है। उन्होंने छात्रों को बताया कि चार ऐसे गुरूमंत्र हैं, जिनसे हर क्षेत्र में बदलाव लाया जा सकता है और वो हैं-सदैव मुस्कुराते रहना, दूसरों के अच्छे कार्यों की प्रशंसा करना, किसी भी दूसरे के अच्छे कार्य को कम न समझना तथा हर कार्य को यह सोचकर करना कि इसे पूर्ण करने का इससे अच्छा तरीका भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि इन्हीं चार मंत्रों में भावीपीढ़ी की सफलता निहित है। उन्होंने अपने जीवन से जुड़े कुछ संस्मरण भी सुनाए।
लखनऊ के महापौर डॉ दिनेश शर्मा भी इस अवसर पर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा और संस्कार के बिना अच्छा नागरिक बनना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति से समाज में विकृति आई है, बच्चों को बुजुर्गों का साथ मिलने से उनमें अच्छे संस्कार आते हैं। मेयर ने शिक्षकों से कहा कि वे विद्याथिर्यों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करें। उन्होंने भी कहा कि विद्यालय की पहचान उसके शिक्षकों से बनती है। इस अवसर पर विद्यालय की संस्थापक पुष्पलता अग्रवाल और गणमान्य नागरिकों ने भी अपने विचार रखे। वार्षिक समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।