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ईपीएफओ का विशेष एकीकरण अभियान

'एक कर्मचारी-एक ईपीएफ खाता' आज से शुरू

परेशानियों और भागदौड़ से मुक्ति मिलेगी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 2 May 2016 07:12:27 AM

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नई दिल्ली। केंद्रीय श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज ईपीएफओ के सदस्यों के लिए एक विशेष एकीकरण अभियान 'एक कर्मचारी-एक ईपीएफ खाता' शुरू किया। इस अवसर पर बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि हाल में ईपीएफओ ने अपने सदस्यों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए आईटी पर आधारित कई तरह की पहल की हैं। विशेष एकीकरण अभियान एक कर्मचारी-एक ईपीएफ खाता की पहल ईपीएफ के सदस्यों को अपने आधार नंबर से जुड़े यूएएन खाते के जरिए आईटी आधारित सुविधाओं को लाभ लेने को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने बताया कि इससे ईपीएफ सदस्य अपने एक ईपीएफ खाते से ढेर सारी सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं।
श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय में सचिव शंकर अग्रवाल ने ईपीएफ सदस्यों से अपील की है कि वह अपने सभी पुराने ईपीएफ खातों की जानकारी अपने यूएएन से जुड़े खाते, सदस्य संख्या व पंजीकृत मोबाइल नंबर के साथ प्रदान करें, इससे ईपीएफओ उनके सभी खातों को एक खाते से जोड़ देगा। केंद्रीय प्रोविडेंट फंड आयुक्त डॉ वीपी जॉय ने कहा कि इस अभियान की सफलता से न केवल सदस्यों का भार कम होगा, बल्कि ईपीएफ के कर्मचारियों का काम भी आसान हो जाएगा। ईपीएफओ की अन्य आईटी पहलकद्मियों की तरह इससे भी ईपीएफओ के काम में पारदर्शिता व दक्षता आएगी, इस सफलता से ईपीएफओ व ईपीएफ सदस्यों के बीच का बंधन और मजबूत होगा। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2016 के अंत तक 67716584 सदस्यों को यूएएन जारी किया जा चुका है।
कामगारों को जागरूक करने और सामाजिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से ईपीएफओ ने आज ईपीएफ सदस्यों को अपने सभी खाते जोड़ने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। ऐसे सदस्य जिनके कई जगहों पर कई सारे खाते हैं, उन सभी को इससे परेशानी उठानी पड़ती है, उन्हें ढेर सारे खातों का रिकॉर्ड रखने की भी जहमत उठानी पड़ती है, उन्हें अपने ईपीएफ खाते की नवीनतम जानकारी के लिए कई दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं, एकीकरण से अब एक सदस्य ईमेल, एसएमएस या ई-पासबुक के जरिए अपने खाते की जानकारी प्राप्त कर सकता है। ईपीएफओ अपने सदस्यों को सुझाव दे रहा है कि वह अपने सभी पीएफ खाते यूएएन से जोड़ें। करीब 1.30 करोड़ यूएएन को आधार से भी जोड़ा जा रहा है और अभी तक विभिन्न संस्थानों में 1.03 करोड़ आधार डिजिटली प्रमाणित किए जा चुके हैं। संस्थानों को सुझाव दिया गया है कि वह आधार अपलोड करने के बाद केवाईसी सूचनाओं को डिजिटली प्रमाणित करें। मुख्यतः केवाईसी का मतलब आधार, पैन या बैंक खाते से है। आधार एक्ट 2016 के लागू होने के बाद से अब ईपीएफओ आधार को प्राथमिक पहचान बनाने जा रहा है, जिन सदस्यों के पास आधार है, वह यूएएन के जरिए दावा पत्रों को नियोक्ता से प्रमाणित करने की असुविधा से बच सकते हैं।
केंद्रीय प्रोविडेंट फंड आयुक्त डॉ वीपी जॉय ने पीएफ खातों के एकीकरण के लाभ के बारे में कहा कि एकीकृत खाते से जीवनपर्यंत पीएफ की सदस्यता चलती रहती है तथा पीएफ, पेंशन व बीमा जैसी एकीकृत सेवा का लाभ लिया जा सकता है, आज ढेर सारे सदस्यों को एकीकरण के जरिए मिलने वाले पेंशन लाभों के बारे में पता ही नहीं है, जोकि ईपीएफ विधान की भावनाओं को असफल बना रहा है, इसीलिए ईपीएफओ अपने सदस्यों को प्रोत्साहित करता है कि वह पीएफ सदस्यता के साथ जुड़ी बेहतर सेवाओं का आसानी से लाभ उठाएं। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) के साथ केवाईसी को जोड़ने की प्रक्रिया में कर्मचारियों के लिए एक प्रोत्साहन योजना शुरू की जा रही है, इसके तहत सदस्य संख्या और डिजिटली प्रमाणित केवाईसी ब्यौरे को पूरा करने के बाद धनवापसी के दावों पर ईपीएफओ को दिए जाने वाले 10 प्रतिशत तक के प्रशासनिक अधिभार को वापस पाने के लिए दावा किया जा सकता है। यह योजना 1 जनवरी 2016 को शुरू हुई थी और 31 दिसंबर 2016 तक जारी रहेगी।
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर अभियान एक साल तक चलेगा। इस दौरान ईपीएफओ प्रमुख कार्यवाहियां करेगा, जिसमें नियमित अंतराल पर प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया में प्रचार अभियान चलाना।खातों को आसानी से जोड़ने और स्थानांतरित करने के लिए एक सॉफ्टवेयर जारी किया गया है, इस सॉफ्टवेयर की खूबियां-सदस्यों को यूएएन सदस्य पोर्टल पर अपने नये सक्रिय यूएएन के साथ अपना सदस्य आईडी और मोबाइल नंबर पंजीकृत करना होगा। इन जानकारियों के प्रमाणन के बाद ईपीएफओ, सदस्यों को उनके पूर्व के 10 ईपीएफ खातों को पंजीकृत करने की सुविधा प्रदान करेगा। सदस्यों द्वारा दी गई पूर्व की पीएफ सदस्य आईडीको ईपीएफओ के क्षेत्राधिकारियों को भेजा जाएगा। क्षेत्राधिकारियों को दी जाने वाली सूचनाओं में वर्तमान सदस्य आईडी व मोबाइल नंबर भी होगा, ताकि सदस्यों को उनके पुराने ईपीएफ खातों को वर्तमान के ईपीएफ खाते से जोड़ने में संपर्क स्‍थापित किया जा सके।
ईपीएफओ इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रिया के तहत दोहरे खातों की जांच करेगा। कार्यक्रम की निगरानी और क्रियांवयन के लिए ईपीएफओ-ई-समीक्षा सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाएगा। ईपीएफओ-ई-समीक्षा की खासियत है, यह एक ऑनलाइन सिस्टम है, जोकि लिए गए फैसलों पर की गई कार्रवाईयों को वास्तविक समय में दर्ज करता है। फोलोअप कार्यवाईयां अधिकारियों द्वारा दर्ज की जाएंगी, उसकी स्थिति सभी जगह से देखी जा सकेगी और बिजनेस डिविजन व क्षेत्राधिकारी लॉग इन एवं पासवर्ड के जरिए इस सिस्टम से जुड़ सकेंगे।

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