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Thursday 12 May 2016 03:48:01 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह सिविल सेवा परीक्षा 2015 में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले टीना डाबी, अतर आमिर अल शफी खान और जसमीत सिंह संधू से मिले। डॉ जितेंद्र सिंह ने सिविल सेवा में तीन अवल स्थान प्राप्त करने वाले युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि सिविल सेवाओं में महिला शक्ति की वृद्धि हो रही है, पिछले वर्ष की परीक्षा में 6 टॉपरों में से 4 टॉपर लड़कियां थीं और इस वर्ष 4 टॉपरों में से 2 टॉपर लड़कियां हैं। ज्ञातव्य है कि टीना डाबी दलित समुदाय से है, जिसने अपनी सेवाओं के लिए हरियाणा को प्राथमिकता दी है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से यह देखने को मिल रहा है कि उन वर्गों के उम्मीदवार सिविल सेवा में आ रहे हैं, जिनका पहले उचित प्रतिनिधित्व नहीं हुआ करता था, इस वर्ष प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वालों के प्रोफाइल से भी यह दिखता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के नागरिक केंद्रित शासन का लक्ष्य सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाले युवाओं द्वारा हासिल किया जा सकता है, सामान्य पृष्ठभूमि के लोग भारत के युवाओं की आकांक्षा को सहज रूप से पहचान सकते हैं। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य यह शिकायत करते थे कि उनके राज्य के अधिक लोग सीधे रूप से आईएएस नहीं बनते, अब यह देखकर खुशी हो रही है कि जम्मू तथा कश्मीर से अधिक से अधिक संख्या में उम्मीदवार सिविल सेवा में आ रहे हैं और अपने गृह राज्य को प्राथमिकता दे रहे हैं।
टीना डाबी, अतर आमिर अल शफी खान और जसमीत सिंह संधू को शुभकामनाएं देते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि उनके पास 30 से 35 वर्ष का सेवा करने का लंबा समय है, इस दौरान अनेक मंत्री और अनेक सरकारें आएंगी और जाएंगी, लेकिन उन्हें अपने आपको कुशलता और कर्तव्य के साथ सेवा में निरंतर बनाए रखने की जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने कहा कि यह लोग सेवा में उस समय प्रवेश करने के लिए भाग्यशाली हैं, जब भारत विश्व शक्ति बनने जा रहा है। इस अवसर पर टीना डाबी, अतर आमिर अल शफी खान और जसमीत सिंह संधू के माता-पिता, कार्मिक तथा प्रशिक्षण विभाग के सचिव संजय कोठारी और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।