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Thursday 12 May 2016 03:56:16 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने नई दिल्ली में गूगल इंडिया की कोड टू लर्न स्पर्धा के विजेताओं को सम्मानित करते हुए सुझाव दिया है कि गूगल इंडिया को अगले वर्ष से शुरू होने वाले चरण में स्पर्धा में भाग लेने के लिए सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों की पहचान करनी चाहिए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अगले चरण में प्रतियोगिता के विजेताओं में लड़कियों की संख्या अधिक होगी। स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत यह कार्यक्रम चलाया गया है और यह मानव संसाधन विकास मंत्रालय का अग्रणी कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से मेधावी विद्यार्थियों के साथ सीधे रूप से जुड़ने में मदद मिलती है और यह दिखता है कि बच्चे अपने समुदाय के सदस्यों की चिंताओं के अनुरूप हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि इससे भविष्य में यह जानने की आशा बंधती है कि 15 वर्ष की आयु के एक विजेता ने स्टार्टअप शुरू किया और वह सफल रहा। उन्होंने कहा कि हमारे युवा समुदाय और देश दोनों को अपना सकते हैं। उन्होंने बच्चों तथा उनके माता-पिता को शानदार एप्स लाने तथा पाठ्य पुस्तकों से अलग परियोजनाएं पेश करने और कौशल दिखाने के लिए बधाई दी। स्मृति ईरानी ने कोड टू लर्न के 2016 संस्करण को लांच किया। उन्होंने बताया कि पाचवीं से दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के अभिभावक विद्यार्थियों की ओर से कंटेस्ट वेबसाइट पर पंजीकरण करा सकते हैं। विद्यार्थी अपनी परियोजना स्क्रैच या एप इंवेंटर में बना सकते हैं और कंटेस्ट साइट पर प्रस्तुत कर सकते हैं, प्रोजेक्ट 20 जून 2016 से प्रस्तुत किया जा सकेगा। प्रोजेक्ट पेश करने की 31 जुलाई 2016 अंतिम तिथि है। स्पर्धा में देशभर से 100 से अधिक प्रविष्टियां आईं, इसमें 50 से अधिक शहरों के विद्यार्थी शामिल हुए।