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Monday 16 May 2016 05:40:15 AM
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी राष्ट्रीय महासचिव और विधानपरिषद में नेता विरोधी दल नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने दावा किया है कि प्रदेश की जनता सपा सरकार को उखाड़ फेकेगी और बसपा अपने दम पर चुनाव लड़कर सरकार बनाएगी। उन्होंने आरोप लगाया है कि असदुद्दीन ओवैसी भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आशंका जताई है कि विधानसभा चुनाव से पूर्व उत्तर प्रदेश में बड़ा दंगा हो सकता है। उन्होंने प्रदेश को सांप्रदायिकता की आग में झोंकने का काम करने वाले नेताओं पर तीखा हमला बोलते हुए जनता से भाईचारा कायम रखने की अपील की है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र में सैनिक स्कूल मैदान में बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता सम्मलेन को संबोधित कर रहे थे। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर असदुद्दीन ओवैसी और सपा से लेकर कांग्रेस तक किसी को नहीं छोड़ा, सब पर इल्जाम लगाए।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर और बसपा अध्यक्ष मायावती को अपना आदर्श मानते हुए अपनी बात शुरू की और केंद्र की भाजपा सरकार पर सीधे हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले बहुजन समाज पार्टी को छोड़ कर सभी राजनैतिक दल वादे करते हैं और सत्ता में आने के बाद वादों को तोड़ देते हैं, वही काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश में अच्छे दिन लाने का वादा कर जनता को गुमराह किया, विदेशों से कालाधन आएगा और हर व्यक्ति के खाते में 15 से 20 लाख रूपये पहुंच जाएंगे, कालाधन आना तो दूर कालाधन किस-किसका है यह भी नहीं पता चल सका, बल्कि देश के चौदह हज़ार करोड़ रूपए अपने प्रचार-प्रसार पर खर्च कर डाले।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि भाजपा और असदुद्दीन ओवैसी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, ओवैसी हिंदू-मुसलमानों को आपस में लड़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान हो या फिर व्यापारी हर कोई बर्बादी के कगार पर है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस गलतफ़हमी में है कि उत्तर प्रदेश में बसपा से गठबंधन होगा। उन्होंने कहा कि पानी में डूबते हुए जहाज से जैसे चूहे तक भाग जाते हैं, वैसी देश में कांग्रेस की स्थिति है। उन्होंने साफ किया कि यूपी में बसपा अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने वादा किया था कि सत्रह पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जनजातियों में शामिल करेंगे, पिछड़ों को अट्ठारह प्रतिशत आरक्षणदेंगे और सपा अब कहती है कि केंद्र को पत्र लिखेंगे, जबकि बसपा प्रमुख मायावती छह वर्ष पूर्व ही पिछड़े, सवर्ण और अल्पसंख्यकों को अलग से आरक्षण देने के लिए पत्र लिख चुकीं हैं।
बसपा महासचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध की स्थिति बद से बदतर है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में चार सौ दंगों पर खड़ी सपा सरकार को जनता उखाड़ फेंकेगी। उन्होंने कहा कि सैफई के आठ सौ वोटों के लिए ही विकास हो रहा है, जबकि दूसरी जगहों पर जमीन पर कब्जे किये जा रहे है और कहा जा रहा है कि सपा का नारा खाली प्लाट हमारा। उन्होंने कहा कि नौकरियों में भी एक विशेष वर्ग को नब्बे प्रतिशत जगह दी जा रही है, जबकि नदीर अहमद, जियाउल हक, मोहम्मद अख्तर, अखलाख और खालिद मुजाहिद जैसे वीर गोली खा रहे हैं, ऐसे में जनता को नए सिरे से सोचने की ज़रूरत हो गई है और बसपा की सरकार ही इसका विकल्प है।
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने कहा कि प्रदेश की जनता ने सत्ता परिवर्तन का बिगुल फूंक दिया है, बसपा सभी समाज को जोड़कर चलने वाली पार्टी है, जबकि भाजपा हो या फिर सपा सभी दंगे की राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने अपने परिवार को कभी राजनीति में आगे नहीं बढ़ाया, बल्कि समाज के सभी वर्गों को मौका दिया है। उन्होंने कहा कि सपा को चलाने वाले एक ही परिवार के इक्कीस लोग कथित समाजवाद का काम कर रहे हैं तो कांग्रेस का हाथ ग़रीब के साथ का नारा देने वाली कांग्रेस के नेता सरोजनी नगर के एअरपोर्ट पर उतरकर सीधे अमेठी और रायबरेली चले जाते हैं, वे सरोजनी नगर हो या फिर प्रदेश के अन्य हिस्से, वहां का हाल जानने का प्रयास नहीं करते हैं। इंद्रजीत सरोज ने कहा कि बसपा प्रमुख ने समाज के सभी वर्गों को पार्कों और स्मारकों के माध्यम से नई पहचान दी है और दूसरी ओर सपा ने बसपा को उखाड़ने का काम किया, बसपा सरकार की सभी जनहित की योजनाओं को बंद करके जनता के साथ धोखा किया है।
बसपा सम्मेलन में नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र के लिए शिवशंकर सिंह चौहान को बहुजन समाज पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया, जबकि सर्राफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उनके सामने बसपा की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर इंतज़ार आब्दी बॉबी, जीतेंद्र वर्मा, नेकपाल भारती, सुरेश राव, गंगाराम गौतम, प्रदीप सिंह, हरिकृष्ण गौतम, सत्य कुमार गौतम, सरोज कुमार शुक्ला, अजय शुक्ला, राजीव श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, राम बहादुर, वीपी ग्रोवर, योगेंद्र दीक्षित, पवन गौतम, मनोज सुदर्शन भारती, अखिलेश कुमार, अखिलेश सिंह, सद्गुरुशरण रावत मोहम्मद यूसुफ, मनोज रावत, विजय चौधरी, सुनील जहानाबादी तथा राजू वाल्मीकि आदि नेता उपस्थित थे।