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Thursday 9 June 2016 06:29:18 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री कार्यालय और कार्मिक राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय में हिंदी सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा है कि हिंदी भारत की विराट राष्ट्रीयता की आत्मा है, भारत जैसे बहुभाषी देश को इसी के जरिए एक सूत्र में बांधा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हिंदी का प्रचार-प्रसार एक सामूहिक जिम्मेदारी है, इसके लिए सरकारी तंत्र के अलावा सलाहकार समितियों की सक्रियता भी जरूरी है। कार्मिक राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने समिति के सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए मिल-जुलकर काम करने की आवश्यकता को रेखांकित किया। बैठक में रामनारायण डूडी सासंद, वशिष्ठ नारायण सिंह सांसद, स्वामी यज्ञानंद सरस्वती, आरपी सिंह, नवीन कुमार, राघवेंद्र धिरा, सुरेश तिवारी, अभिषेक गुप्ता, दशरथ सिंह राठौर सहित हिंदी भाषा और उसके सरोकारों से जुड़े हुए व्यक्ति शामिल हुए।
वशिष्ठ नारायण सिंह ने सरकारी कामकाज में हिंदी के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल के लिए उच्च अधिकारियों को हिंदी के प्रति जागरूक बनाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। दक्षिण भारत में हिंदी की स्वयंसेवी संस्था से जुड़े हुए राघवेंद्र धिरा ने बैठक के लिए राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह को बधाई देते हुए हिंदी के प्रचार-प्रसार के इस काम में हिंदीतर भाषी लोगों को भी जोड़ने पर बल दिया। बैठक में कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय के विविध अधीनस्थ कार्यालयों के सचिव, अपर सचिव, संयुक्त सचिव तथा निदेशक शामिल थे। प्रधानमंत्री की त्वरित कार्यशैली का अनुकरण करते हुए इस हिंदी सलाहकार समिति की अगली बैठक 31 अगस्त 2016 को निर्धारित की गई है।