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Thursday 21 July 2016 05:25:54 AM
नई दिल्ली। नीति आयोग ने अपने फ्लैगशिप कार्यक्रम अटल इनोवेशन मिशन के हिस्से के रूप में अटल टिंकरिंग लेबोरेटरीज नामक पहल की शुरूआत की है। इस पहल के प्रभावकारी कार्यांवयन की दिशा में एक निर्णायक पहल के रूप में नीति आयोग ने इंटेल इंडिया के साथ एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए। अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को ऐसा कौशल प्रदान करना और उन्हें उस प्रौद्योगिकी तक पहुंच प्रदान करना है, जो उन्हें समाधान प्रस्तुत करने में सक्षम बनाएगा। राज्य में स्थित केंद्रों के रूप में दस अटल टिंकरिंग लैबों के सृजन और प्रबंधन में इंटेल साथ-साथ नेतृत्व करेगा।
अटल टिंकरिंग लैबों का लक्ष्य 500 समुदायों और स्कूलों में 250,000 युवाओं को भविष्य के लिए अभिनव कौशल प्रदान करना है। युवाओं की परियोजनाओं में गुणवत्तापूर्ण सुधार के लिए परामर्शदाताओं के क्षमता निर्माण और मेकर इकोसिस्टम के साथ संपर्क कायम करने, अवधारणा तैयार करने, डिजाइन के बारे में चिंतन करने और उद्योगजगत के विशेषज्ञों के माध्यम से कार्यशालाएं आयोजित करने में इंटेल की ओर से नीति आयोग को सहायता मिलेगी। इंटेल एक इनोवेशन फेस्टिवल का सह-नेतृत्व करेगा, जिसमें 500,000 युवा अन्वेषक अपनी पहुंच कायम कर सकेंगे। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत, नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकार डॉ सी मुरलीकृष्ण कुमार, इंटेल कॉरपोरेशन में कॉरपोरेट मामले की वाइस प्रेसिडेंट रोजालिंड हडनेल और इंटेल दक्षिण एशिया में कॉरपोरेट अफेयर्स ग्रुप के निदेशक किशोर बालाजी की उपस्थिति में नीति आयोग और इंटेल के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने इस अवसर पर कहा कि यदि भारत को अगले तीन दशकों में निरंतर 9 से 10 प्रतिशत विकास दर कायम रखना है तो हमारे लिए यह अत्यंत आवश्यक होगा कि हम अपनी समस्याओं के लिए अभिनव समाधान के उपाय करने में सक्षम हों। नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन, विशेषकर अटल टिंकरिंग लैब के बल पर लाखों की संख्या में बाल अन्वेषकों को तैयार करने में मदद मिलेगी, जो युवा उद्यमियों के रूप में विकसित होंगे, इससे भारत का अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित हो सकेगा।इंटेल फाउंडेशन की प्रेसिडेंट और इंटेल कॉरपोरेशन की वाइस प्रेसिडेंट रोजालिंड एल हडलेन ने कहा कि युवाओं और अभिनव क्रियाकलापों में निवेश करना इस समय उतना महत्वपूर्ण है, जितना पहले कभी नहीं था, यही कारण है कि पूरे भारत में टिंकरिंग लैबों की शुरूआत करने करने में अटल इनोवेशन मिशन का हिस्सा बनकर हम गौरवांवित महसूस कर रहे हैं, जो अंतत: देश के लाखों बच्चों के बीच ऐसे कौशलों का विकास करने में मददगार होगा, जो भविष्य में कुशल कामगार और प्रतिस्पर्धी बनने के लिए आवश्यक है।
अटल टिंकरिंग लैबों को संचालित करने के उद्देश्य से नीति आयोग ने एक कार्यक्रम तैयार करने और उसे लागू करने के लिए एक विशेषज्ञ परामर्शी समूह की बैठक आयोजित की। अटल टिंकरिंग लैब देशभर में स्कूलों में स्थापित किए जाएंगे। इंटेल टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इस कार्य में तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। निर्माता समुदाय ने प्रयोगशालाओं में उपकरणों के प्रकार (होना ही चाहिए, जिसका होना अच्छा है) सफलता संकेतकों और समुदाय के साथ जुड़ाव पर चर्चा की। बैठक में यह भी विमर्श में लाया गया कि सभी स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब्स पूरी तरह छात्र केंद्रित होनी चाहिए और इनमें स्कूल स्तर पर शिक्षकों, अभिभावकों, निर्माताओं और निजी संगठनों जैसे सभी हितधारकों की महत्वपूर्ण भागीदारी होनी ही चाहिए, ताकि इस पहल को सफल बनाया जा सके। बैठक में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव डॉ एससी खुंटिया, नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकार डॉ सी मुरलीकृष्ण कुमार और इंटेल दक्षिण एशिया के कारपोरेट अफेयर्स ग्रुप के निदेशक किशोर बालाजी, निर्माताओं, चिकित्सकों, स्कूलों और सिविल सोसायटी के भागीदारों ने भाग लिया।