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Saturday 30 July 2016 02:13:10 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वैंकेया नायडु ने कल नई दिल्ली में राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और उसकी मीडिया इकाइयों को संबोधित करते हुए कहा है कि यह ध्यान रहना चाहिए कि सार्वजनिक संचार का मुख्य उद्देश्य राष्ट्र निमार्ण के कार्य में लोगों को जागरूक और उत्साहपूर्ण सहभागी बनाना है और प्रभावी सार्वजनिक संचार, परिवर्तन के प्रबंधन का आधार है, इसीलिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और इसकी मीडिया इकाइयों के सभी अधिकारी इस प्रक्रिया में परिवर्तन के वाहक के रूप में महत्वपूर्ण हितधारक हैं।
एम वैंकेया नायडु ने कहा कि अधिकारियों से अपेक्षाओं के संदर्भ में सरकार की प्राथमिकताएं स्पष्ट हैं, जिसमें परिणाम, पारदर्शिता, जवाबदेही, अनुशासन और काम के लिए महौल तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावी सार्वजनिक संचार के लिए पत्र सूचना कार्यालय, प्रकाशन विभाग, क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय, डीएवीपी, फिल्म प्रभाग, आकाशवाणी और दूरदर्शन सहित मंत्रालय की विभिन्न मीडिया इकाइयों के बीच प्रभावी कार्यात्मक संयोजन में सुधार की काफी गुंजाइश है, इससे लोगों तक सरकारी योजनाओं की व्यापक और समेकित पहुंच सुनिश्चित होगी। संचार के बदलते परिपेक्ष्य के संबंध में उन्होंने कहा कि तकनीकी विकास एक दूसरे से संवाद के हमारे तौर-तरीकों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि प्रभावी सार्वजनिक संचार तथा सहभागी विकास के लिए ट्विटर, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया मंचों का पूर्ण उपयोग करने की जरूरत है। वैंकेया नायडु ने कहा कि भारत को विकसित बनाने के मिशन को प्राप्त करने और भारत की विविध और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के गुणगान में संचार की भूमिका का महत्व समझना बेहद आवश्यक है। इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव अजय मित्तल और मीडिया प्रमुख भी मौजूद थे।