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लाल किले की प्राचीर से गूंजा बलूचिस्तान

आतंकवाद के शरणदाताओं को मिला करारा जवाब

डेढ़ घंटे में प्रधानमंत्री ने उपलब्‍धियां भी गिनाईं

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 15 August 2016 05:14:28 AM

pm narendra modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लाल किले की प्राचीर से देश के 70वें स्वतंत्रता दिवस पर देश-दुनिया में बसे भारतवासियों को संबोधित करते हुए कहा है कि आजादी का यह 70वां वर्ष एक नया संकल्‍प, नई उमंग, नई ऊर्जा, राष्‍ट्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्‍प पर्व है, आज हम जो आजादी की सांस ले रहे हैं, उसके पीछे लक्ष्याव्धि महापुरुषों का बलिदान है, त्‍याग और तपस्‍या की गाथा है। उन्होंने कहा कि वेद से विवेकानंद तक, उपनिषद् से उपग्रह तक, सुदर्शन चक्रधारी मोहन से ले करके चरखाधारी मोहन तक, महाभारत के भीम से ले करके भीमराव तक, एक भारत की लंबे इतिहास की यात्रा है, विरासत है, भारत की उम्र 70 साल नहीं है, यह यात्रा 70 साल की है। प्रधानमंत्री ने आज पाकिस्तान को उसके आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब देते हुए उसके अत्याचारों से त्रस्त अशांत राज्य बलूचिस्तान का जिक्र करके उसे भी एक प्रकार से भारत के एजेंडे में शामिल कर लिया। यह भारतीय विदेश नीति का दूरगामी संवेदनशील पासा माना जा रहा है, जो पाकिस्तान के लिए बंग्लादेश की तरह एक नई मुसीबत के रूप में सामने होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब स्वराज्य को सुराज्य में बदलना, ये सवा सौ करोड़ देशवासियों का संकल्प है। पंचायत हो या संसद हो, ग्राम प्रधान हो या प्रधानमंत्री हो, हर किसी को, हर लोकतांत्रिक संस्‍था को सुराज्य की ओर आगे बढ़ने के लिए अपनी जिम्मेवारियों को निभाना होगा, अपनी जिम्मेवारियों को परिपूर्ण करना होगा। उन्होंने कहा कि‌ भारत के पास अगर लाखों समस्याएं हैं तो सवा सौ करोड़ मस्तिष्क भी हैं, जो समस्याओं का समाधान करने की सामर्थ्य भी रखते हैं। उन्होंने कहा कि शासन संवेदनशील होना चाहिए, शासन उत्‍तरदायी होना चाहिए। नरेंद्र मोदी ने कहा कि बहुत परिवर्तन हो चुका है, आज सरकार के बड़े अस्पतालों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होते हैं और पूरा मेडिकल रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध होता है, आज एक मिनट में 15 हजार रेल टिकट मिलना संभव हो गया है। उन्होंने कहा कि शासन में सुराज के लिए पारदर्शिता पर बल देना महत्‍वपूर्ण है, पहले पासपोर्ट पाने के लिए सिफारिश होती थी, आज हफ्ते-दो हफ्ते में पासपोर्ट घर पहुंचा दिया जाता है, सिर्फ 2015-16 में इतने कम समय में पौने दो करोड़ पासपोर्ट देने का हमने काम किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रुप सी और ग्रुप डी के 9,000 पदों पर कोई इंटरव्‍यू प्रक्रिया नहीं होगी, हमें अपने काम की रफ्तार को तेज करना होगा, गति को और आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि पहले एक दिन में 70-75 किलोमीटर का ग्रामीण सड़क का काम हुआ करता था, आज उस रफ्तार को तेज करके हम प्रतिदिन 100 किलोमीटर की और ले गए है, सौर ऊर्जा पर हमारा ध्यान है, पवन ऊर्जा में पिछले एक साल के भीतर-भीतर करीब-करीब 40 प्रतिशत हमने वृद्धि की है, एक साल में पारेषण लाइन को करीब-करीब 50 हजार किलोमीटर तक पहुंचाया है, रेल लाइन का दो साल में 3500 किलोमीटर का काम करने में हम सफल हुए है, हमने 60 सप्ताह में चार करोड़ नए लोगों को रसोई गैस के कनेक्सन दिए हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य व्यक्ति देश की अर्थव्यवस्था की मुख्य धारा का हिस्सा नहीं था, हमने 21 करोड़ लोगों को जनधन से जोड़कर असंभव को संभव किया, हिंदुस्तान के गांवों में दो करोड़ से ज्यादा शौचालय बन चुके हैं, करीब 70 हजार से अधिक गांव आज खुले में शौच जाने से मुक्त हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के उन 18 हजार गांवों में जहां बिजली नहीं पहुंची है में से दस हजार गांवों में बिजली पहुंच गई है, साढ़े तीन सौ रुपये में बिकने वाला बिजली का बल्‍ब आज हम 50 रुपये में वो बल्‍ब बांट रहे हैं, 13 करोड़ एलईडी बल्‍ब बंट चुके हैं और करीब 77 करोड़ बल्‍ब बांटने का संकल्प है, इससे 20 हजार मेगावाट बिजली बचेगी, सरकार का करीब-करीब सवा लाख करोड़ रुपया बच जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे लगातार कदमों के कारण मुद्रास्फीति दर 6 प्रतिशत से ऊपर जाने नहीं दी है, महंगाई रोकने में हमने भरपूर कोशिश की है। उन्होंने दावा किया कि गरीब की थाली को महंगी नहीं होने दूंगा। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने जमीन की सेहत पर ध्यान दिया, हमने स्वाइल हेल्थ कार्ड और जल प्रबंधन पर बल दिया है, लोकलुभावन फैसलों से दूर रहने का प्रयास किया है, सरकार की पहचान से ज्यादा हिंदुस्तान की पहचान पर बल दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब नीति साफ हो, नीयत स्पष्ट हो, तब निर्णय करने का जज्बा ही कुछ और होता है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार लास्टमैन डिलीवरी पर बल दे रही है। उन्होंने कहा कि दाल के लिए हमने मानक तय किया है, दाल के लिए बोनस निकाला है और दाल खरीद करने की व्‍यवस्‍था का सुप्रबंधन किया है। उन्होंने कहा कि हमने जल प्रबंधन, जल सींचन और जल संरक्षण पर बल दिया है, हमारे लिए हर बूंद का महत्व है, देश में 90 से ज्‍यादा सिंचाई की योजनाएं आधी-अधूरी या ठप्‍प पड़ी थीं, हमने बीड़ा उठाया है कि सबसे पहले उन योजनाओं को पूरा करेंगे। उन्होंने बताया‌ कि 77 हजार सोलर पंप अब तक बांटे गए हैं, हमारे देश के वैज्ञानिकों ने 131 से ज्‍यादा नए कृषि के योग्‍य बीज तैयार किए हैं, हम खाद की कमी दूर करने और सबसे ज्‍यादा खाद उत्‍पादन करने में सफल हुए हैं, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में पहली बार कम से कम प्रीमियम से अधिक से अधिक वो भी गारंटी के साथ फसल बीमा योजना देने का काम हुआ है, फसल के उत्‍पादन को 15 लाख टन अन्‍न के संरक्षण के लिए नए गोदामों का निर्माण हुआ है और फूड प्रोसेसिंग में 100% सीधे विदेशी निवेश को प्रोत्‍साहित किया गया है, साढ़े सात लाख करोड़ रुपए के करीब-करीब 118 प्रोजक्ट जो किसी न किसी सरकार ने प्रारंभ किए थे, लटके पड़े थे, उन्हें पूरा करने की शुरुआत की है।
प्रधानमंत्री ने कहा‌ कि योजनाओं का अटकाने, योजनाओं में देरी होने, रुपयों की बर्बादी होने को एक प्रकार से अपराध माना है और उससे हमने पार करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रोजेक्ट की मंजूरियां ज्‍यादा से ज्‍यादा छ: महीने में मिल जाएंगी, गन्‍ना किसान के हजारों करोड़ रुपयों के बकाए का करीब-करीब 95% किसानों को भुगतान कर दिया गया है, करीब 5 करोड़ गरीब परिवारों को तीन साल में गैस का चूल्‍हा पहुंचाने का बीड़ा उठाया गया है, पोस्ट ऑफिस को पेयमेंट बैंक में बदलने की दिशा में कदम उठाया गया है, देश के गांवों तक बैंकों का जाल बिछेगा, जन-धन खाते का लाभ मिलेगा और सामान्‍य मानव के लिए मनरेगा का पैसा भी अब आधार के द्वारा उसके खाते में जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा‌ कि एयर इंडिया को मुनाफे में लाने में हम सफल हुए हैं, पहली बार बीएसएनएल को भी मुनाफे में लाने में सफलता मिली है और आज शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया भी फायदे में आया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आधार व्यवस्था के तहत हमनें सारे बिचौलियों को बाहर किया, स्पैक्ट्रम की नीलामी ऑनलाइन हुई है, देश का खजाना भी भरा है, स्वस्थ स्पर्धा का देश को लाभ हुआ है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि विदेशी पूंजी निवेश के मामले में भारत आज पंसदीदा देश बना है, देश की विकास दर में बड़ी-बड़ी अर्थव्‍यवस्‍थाओं को भी हमने जीडीपी में हमने पीछे छोड़ दिया है, जीएसटी कानून के रूप में देश को यह एक ताकत देने वाला काम हुआ है, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ में हमने जो निर्णय लिए हैं, उनमें समाज के सहयोग की आवश्यकता है, मुद्रा योजना का लाभ साढ़े तीन करोड़ से ज्‍यादा परिवारों ने लिया है, उसमें अधिकतम नए लोग थे जो बैंक के दरवाजे पर पहुंचे, उसमें भी 80% करीब-करीब अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग के थे और उसमें भी मुद्रा बैंक से लोन लेने वाली 80% महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों की प्रसूति के बाद छुट्टी 26 हफ्ते कर दी गई है, ताकि मां अपने बच्‍चे का लालन- पालन कर सके। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए मंडी ई-नाम की योजना है, आज किसान अपना माल ऑनलाइन हिंदुस्तान की किसी भी मंडी में बेच सकता है, भारतमाला हो, चाहे सेतू भारतम हो, चाहे भारत नेट हो, ऐसे अनेक प्रकल्पों को हमने बल दिया है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को जोड़ने की दिशा में रामानुजाचार्य कहते थे कि भगवान के सभी भक्‍तों को, भेदभाव और ऊंच-नीच का ख्‍याल किए बिना सेवा करो, उम्र-जाति के कारणों की वजह से किसी का भी अनादर मत करो, हर किसी का सम्‍मान करो, हम यही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं की आशा-आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए हमने अनेक कदम उठाए हैं, देश में सबसे ज्‍यादा साफ्टवेयर निर्यात हो रहा है, देश में 50 से ज्‍यादा नई मोबाइल फैक्ट्रियां लगी हैं, ये सारी बातें नौजवानों के लिए अवसर देती हैं। उन्होंने कहा क‌‌ि वन रैंक वन पेंशन ने हर हिंदुस्‍तान के फौजी के घर में खुशहाली पहुंचा दी है। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष बाबू की फाइलें सार्वजनिक की गई हैं, रियल स्टेट बिल लाकर बिल्डरों को नकेल डाल दी गई है, ताकि मध्‍यम वर्ग का परिवार अपना घर बना सके, इसी प्रकार विविधता में एकता ये हमारी सबसे बड़ी ताकत है, एकता का मंत्र हमारी जड़ों से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि हिंसा और अत्याचार का हमारे देश में कोई स्थान नहीं है, ये देश हिंसा को कभी सहन नहीं करेगा, ये देश आतंकवाद को कभी सहन नहीं करेगा, ये देश आतंकवाद के सामने कभी झुकेगा नहीं, माओवाद के सामने कभी झुका नहीं है।
उन्होंने कहा कि गरीबी से लड़ेंगे तो हम तबाही से निकलकर के समृद्धि की ओर चल पड़ेंगे और इसलिए मैं सभी पड़ोसियों को गरीबी से लड़ने के लिए निमंत्रण देता हूं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से बलूचिस्तान, गिलगिट और पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों ने जिस प्रकार से मेरा आभार व्यक्त किया है, वो मेरे सवा सौ करोड़ देशवासियों का सम्मान है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सैनिकों के परिजनों को मिलने वाली पेंशन में बीस प्रतिशत की वृद्धि करने का सरकार ने निर्णय लिया है। उन्होंने वीर आदिवासियों को याद करते हुए कहा कि सरकार स्थायी रूप से म्यूज़ियम बनाने की दिशा में काम करेगी, किसी गरीब परिवार को आरोग्‍य की सेवाओं का लाभ लेना है तो वर्ष में एक लाख रुपए तक का खर्च भारत सरकार उठाएगी। उन्होंने देश की जनता का आह्वान किया कि एक समाज, एक सपना, एक संकल्‍प, एक दिशा, एक मंजिल इस बात को ले करके हम आगे बढ़ें।

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