स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 16 August 2016 12:38:24 AM
लेह/ नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कल तिरंगा यात्रा के हिस्से के रूप में लेह से खारदुंगला तक व्यापक तिरंगा यात्रा का नेतृत्व किया। इससे पहले दिन में उन्होंने लेह में आईटीबीपी मुख्यालय पर स्वतंत्रता दिवस मनाते हुए राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर किरेन रिजिजू ने देश की आजादी के लिए स्वतंत्रता सेनानियों के निस्वार्थ बलिदान का स्मरण किया और कहा कि राष्ट्र हमेशा उनका ऋणी रहेगा। उन्होंने लद्दाख और अरुणाचल जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों के योगदान को भी सराहना की, जो आपात स्थिति के समय स्वेच्छा से सेनाओं के साथ विपरीत परिस्थितियों में पराक्रम दिखलाते हैं।
किरेन रिजिजू ने सीमा सुरक्षा बल के छिन्नांग व्यक्तियों की पैरा साइकलिंग टीम के सदस्यों का स्वागत किया, जो हिमाचल प्रदेश के मनाली से यहां पहुंचे थे। पैरा-साइकलिंग रैली का उद्देश्य सुरक्षा बलों के उन जवानों का उत्साह बढ़ाना था, जो अपनी ड्यूटी के दौरान विभिन्न हमलों या दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग दिव्यांग व्यक्तियों की सार्वभौम पहुंच कायम करने के लिए सुगम्य भारत अभियान चला रहा है, ताकि एक निर्मित ढांचे, सार्वजनिक परिवहन और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से एक सक्षम वातावरण का निर्माण किया जा सके। सीमा सुरक्षा बल ने वर्ष 2016 को दिव्यांग यौद्धा वर्ष के रूप में मनाने का संकल्प किया है। सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट आरके नेगी के नेतृत्व में 'इंफिनिटी राइड-2016' के नाम से पैरा-साइकलिंग रैली 5 अगस्त को हिमाचल प्रदेश के मनाली से रवाना हुई थी। यह अभियान 583 किलोमीटर की यात्रा तय कर चुका है, जो बीएसएफ का यह संकल्प दर्शाता है कि कुछ भी असंभव नहीं है। इस टीम में बीएसएफ, सीएपीएफ और आदित्य मेहता फाउंडेशन से संबंधित 9 दिव्यांगजन हिस्सा ले रहे हैं।