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Wednesday 24 August 2016 06:48:51 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में मौजूदा हालात पर चर्चा के लिए जम्मू-कश्मीर राज्य के विपक्षी दलों के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जिसमें नैशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के नेता गुलाम अहमद मीर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता हकीम मोहम्मद, सीपीएम के नेता एमवाई तारिगामी, डेमोक्रेटिक पार्टी नैशनेलिस्ट के नेता गुलाम हसन मीर और अन्य नेता शामिल थे। बैठक में शांति और कानून व्यवस्था बहाली जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री ने राज्य के मौजूदा हालात पर काफी दुख और चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि हाल में हुई अशांति के दौरान जिन लोगों ने जान गंवाई हैं वे हमारे, हमारे देश का हिस्सा हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मारे गए लोगों में चाहे युवा हों या सुरक्षाकर्मी अथवा पुलिस, यह सबब हमें दुखी करता है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार और देश जम्मू-कश्मीर के साथ खड़ा है। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी राजनीतिक दलों को लोगों के बीच जाकर उन्हें यह संदेश देना चाहिए। उन्होंने राज्य और वहां के लोगों के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए अपील की। प्रधानमंत्री ने बैठक में दिए गए रचनात्मक सुझावों की सराहना की और दोहराया कि उनकी सरकार राज्य के नागरिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बातचीत होनी चाहिए और हमें संविधान के दायरे में एक स्थायी समाधान तलाशने की जरूरत है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर राज्य में समस्याओं का समाधान तलाशने के लिए सभी राजनीतिक दलों को साथ मिलकर काम करने की जरूरत पर बल दिया।