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Friday 26 August 2016 04:00:26 AM
नई दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 52 स्पेशल एक्शन ग्रुप के परिसर का उद्घाटन करते हुए कहा है कि नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षण को और भी उन्नत बनाया जाएगा। उन्होंने सुझाव दिया कि एनएसजी को मित्र देशों के अपने समकक्ष बलों के साथ नियमित अभ्यास करना चाहिए। इन अभ्यासों से एनएसजी को अपनी कुशलता बढ़ाने में मिलने वाली सहायता का उल्लेख करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आज कोई भी विकसित देश आतंकवादी हमलों से अछूता नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी प्रगतिशील समाजों को आतंकवाद के विरुद्ध खड़ा होना होगा।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एनएसजी आतंकवाद का मुकाबला करने वाला एक शानदार बल है और भारत के नागरिकों को उस पर पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि जनवरी 2016 में जब पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ था तो उस समय सुरक्षाबलों ने महत्वपूर्ण रणनीतिक परिसंपत्तियों और प्रतिस्थापनाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचने दिया था। गृहमंत्री ने कहा कि 1984 में जब एनएसजी की स्थापना हुई थी तो उस समय से लेकर अब तक देशसेवा करते हुए एनएसजी के 19 कर्मियों ने अपना बलिदान दिया है। उन्होंने एनएसजी का आह्वान किया कि वह शहीद कर्मियों की याद में उनकी जीवनी से संबंधित पुस्तिका का प्रकाशन करे, ताकि युवाओं को प्रेरणा मिल सके।
राजनाथ सिंह ने कहा कि एनएसजी को शहीदों की याद में शहीद दिवस मनाना चाहिए और उस अवसर पर कम से कम एक एनएसजी अधिकारी शहीदों के परिवार से मिले तथा उनके घरों में जनता की भागीदारी के साथ कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। गृहमंत्री ने आश्वासन दिया कि एनएसजी कर्मियों के लिए और पदक शुरू किए जाएंगे। इसके पूर्व एनएसजी के महानिदेशक आरसी तायल ने कहा कि यह राज्य पुलिस बलों ने अपनी-अपनी विशेष आतंकवाद विरोधी इकाईयां स्थापित की हैं। उन्होंने बताया कि एनएसजी इन इकाईयों के साथ नियमित अभ्यास करती है।