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Thursday 1 September 2016 06:52:03 AM
नई दिल्ली। लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को सेना उप प्रमुख बनाया गया है। उन्होंने आज पदभार भी संभाल लिया। सेना उप प्रमुख के पद पर अब तक लेफ्टिनेंट जनरल एमएमएस राय थे, जो चार दशकों की शानदार सैन्य सेवा के बाद सेवानिवृत हो गए। लेफ्टिनेंट जनरल एमएमएस राय ने 15 दिसंबर 1976 को कोर ऑफ इंजीनियर्स में कमीशन प्राप्त किया था। रेजीमेंट में सेवाएं देने के अलावा उन्होंने विभिन्न प्रमुख पदों पर काम किया, जिनमें पूर्वी कमान के कमांडर का पद भी शामिल है।
लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को दिसंबर 1978 में 11 गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में कमीशन प्राप्त हुआ था, वे भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से स्नातक हैं, जहां उन्हें ‘सोर्ड ऑफ ऑनर’ प्रदान किया गया था। लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को अधिक ऊंचाई वाले स्थान पर युद्ध और आतंकवाद विरोधी गतिविधियों का वृहद अनुभव प्राप्त है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर पूर्वी सैक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इंफैंट्री बटालियन की कमान संभाली है, इसके अलावा कश्मीर घाटी में राष्ट्रीय राइफल्स और एक इंफेंट्री डिविजन की भी कमान संभाल चुके हैं। वे आईएमए देहरादून और आर्मी वॉर कॉलेज महू में प्रशिक्षण गतिविधियों का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने डीजीएमओ और सेना मुख्यालय में सेना सचिव शाखा में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है और पूर्वी कमान मुख्यालय में मेजर जनरल, जनरल स्टाफ भी रहे हैं।
बिपिन रावत ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में चैप्टर-7 मिशन में बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की भी कमान संभाली है। वे डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज वेलिंगटन और हाईयर कमांड एंड नेशनल डिफेंस कॉलेज कोर्सेंज के छात्र रहे हैं। अपने 35 वर्ष के सेवाकाल के दौरान उन्हें वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए पुरस्कृत भी किया जा चुका है, जिनमें यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एसएम, वीएसएम, सीओएएस प्रशस्ति शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करते हुए उन्हें दो बार फोर्स कमांडर प्रशस्ति पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। सेना उप प्रमुख का पद संभालने के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत दक्षिणी कमान के कमांडर थे।