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Wednesday 7 September 2016 07:07:31 AM
नई दिल्ली। भारतीय सूचना सेवा 2015 बैच, भारतीय व्यापार सेवा 2015 बैच और भारतीय डाक तथा दूरसंचार खाता एवं वित्त सेवा 2015 बैच के परीविक्षार्थियों ने 6 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए परीविक्षार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा का लंबा इतिहास है और विभिन्न सेवाओं की अनिवार्यताओं को पूरा करने के लिए समय-समय पर अलग-अलग सेवाओं का गठन किया गया है। उन्होंने परीविक्षार्थियों से कहा कि सिविल सेवा में शामिल होने के उनके फैसले से उन्हें देश सेवा के लिए अधिक अवसर मिलेंगे और उन पर युवा उम्र में ही अधिक जिम्मेदारी भी होगी। उन्होंने परीविक्षार्थियों को उनके आगामी कार्यों में सफलता की शुभकामनाएं दीं।
सिविल सेवा परीक्षा को विश्व में सबसे कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षा में से एक माना जाता है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों को विभिन्न हितधारकों को सही दृष्टिकोण से उचित सूचना देने का अवसर प्राप्त होता है, ज्ञान शक्ति है और ज्ञान का आधार सूचना है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का कौशल इस पर निर्भर करेगा कि वे कितने प्रभावी तरीके से सूचना देने में सक्षम हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय व्यापार जटिल है, भारतीय व्यापार सेवा अधिकारियों को आगामी वर्षों में वृद्धि के लिए व्यापार को अधिक शक्तिशाली इंजन बनाने की चुनौती का मुकाबला करना होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले वर्षों में भारतीय डाक और दूरसंचार लेखा एवं वित्त सेवा की भूमिका में काफी बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने कार्यों में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।