स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 12 September 2016 02:12:32 AM
लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लखनऊ महानगर ने रविवार को युवा सामर्थ्य शिविर का आयोजन किया, जिसमें राजधानी के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के छात्रों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम प्रातः 9 बजे से शाम 7 बजे तक चला। कार्यक्रम का उद्घाटन क्षेत्र प्रचारक शिव नारायण ने किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने शिविर में युवाओं को राष्ट्रवाद, नैतिक और सामाजिक सद्भाव जैसे अनेक महत्वपूर्ण विषयों से प्रेरित और मार्गदर्शित किया। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है, संघ चाहता है कि राष्ट्र के नौजवान शिक्षित और रोज़गार युक्त हों। उन्होंने कहा कि शिक्षा में जीवनमूल्य के सरोकार और संस्कारों में देशप्रेम महत्वपूर्ण है, शिक्षा से संस्कार निकल जाएगा तो अपराध बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि अपनी स्वतंत्रता संस्कृति गुलाम न हो ऐसी शिक्षा चाहिए। युवाओं का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी शिक्षा में नैतिक मूल्यों को विकसित करें।
इंद्रेश कुमार ने शिक्षकों से भी कहा कि उनको चाहिए कि वे छात्रों के अंदर विषय के साथ जीवन मूल्यों को प्रमुखता से रोपित करें, तभी विश्व का नेतृत्व करने वाला भारत बनेगा। उन्होंने कहा कि हम कट्टर नहीं सच्चे बनें, मजहबी राजनीति और धार्मिक उन्माद फैलाने वालों से नफरत करें, सामाजिक सद्भाव को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करें और जातिभेद की उपेक्षा करें। उन्होंने यहां कश्मीर का भी जिक्र किया और कहा कि कश्मीर के अलगाववादियों को मिलने वाली सुरक्षा और भौतिक सुविधाएं वापस ली जाएं, सुरक्षा और सुविधा की सही हकदार वहां की आवाम है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का झंडा लहराने वाले और पत्थरबाजों को सुविधा और सुरक्षा क्यों मिले? देश के दुश्मन और गद्दार को अब हम पालेंगे नहीं, बल्कि उन्हें सबक सिखाएंगे। उन्होंने कहा कि अलगाववादियों का दोहरा चरित्र है, क्योंकि वह अपने बच्चों को तो विदेशों में अच्छी शिक्षा दिलवा रहे हैं और कश्मीर के गरीब मुसलमानों को शिक्षा से विहीन कर उन्हें देश की मुख्यधारा से अलग-थलग कर रहे हैं, उन्हें धर्म और संप्रदाय के नाम पर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी के अलगाववादी ही कश्मीर की आवाज़ नहीं हैं, यह कश्मीर के मात्र एक छोटा सा प्रतिशत हैं।
बलूचिस्तान का जिक्र करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान का 58 प्रतिशत भूभाग 1948 से आजादी चाहता है। उन्होंने कहा कि हमारी 54 शक्तिपीठों में माता हिंगलाज का मंदिर पख्तून बलूचिस्तान में है, पख्तून बलूचिस्तान ने भारत विभाजन के समय ही अंग्रेज सरकार से कहा था कि वे पाकिस्तान में शामिल नहीं हो रहे हैं, लेकिन उन्हें जबरन पाकिस्तान का हिस्सा बनाया गया, बलूचिस्तान पाकिस्तान के 44 प्रतिशत हिस्से में है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आजादी मांगने वाले लाखों बलूचियों का अबतक कत्ल कर दिया गया है, उन्हें तोपों से उड़ाया गया है, यातनाएं देकर मारा जा रहा है और हजारों बलूच महिलाओं के पति भाई और बच्चे लापता हैं, इसी प्रकार पाकिस्तान से गुलाम कश्मीर और सिंध भी आजादी की मांग कर रहा है, सिंधु के लोग भी पाकिस्तान में सिंधु देश की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मीरपुर, मुजफराबाद और गिलगिट भी आज तक पाकिस्तान में शामिल नहीं हुआ है, इस तरह कुल मिलाकर पाकिस्तान के जबरन कब्जे में चल रहा करीब 58 प्रतिशत भूभाग उससे आजाद होने के लिए संघर्ष कर रहा है। इंद्रेश कुमार ने कहा कि बलूच क्षेत्र तो भारत के साथ रहने का सपना देख रहा है, जरा भौगोलिक परिस्थितियां कठिन हैं।
स्वयं सेवक संघ की शीर्ष पंक्ति के पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने कहा कि अलगाववादियों से बात तभी ही होगी, जब वह कश्मीर में हिंसा फैलाना, पाकिस्तान का झंडा लहराना, कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार करना और सुरक्षाबलों पर पत्थर मारना बंद करेंगे। उन्होंने कहा कि वार्ता में लटूर, डोगरे, बौद्ध और सिख, कश्मीरी पंडित और मुसलमानों के सभी धड़ों से वार्ता होगी, इसके अलावा युवा, प्रबुद्ध वर्ग और महिलाओं से भी वार्ता होगी, कारगिल और कश्मीर घाटी का शिया समुदाय, कश्मीरियत और सूफियत को मानने वाले लाखों मुसलमानों को भी वार्ता में शामिल किया जाएगा। समाज में जातिभेद की कुरीतियों पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि हम उत्तर प्रदेश को जाति में बंटने नहीं देंगे और हिंदू समाज को आपस में लड़ने नहीं देंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रांत संघचालक डॉ हरमेश चौहान ने की। कार्यक्रम का संचालन लखनऊ विभाग के महाविद्यालयीन विद्यार्थी प्रमुख डॉ अभिषेक ने किया। इस मौके पर क्षेत्र प्रचारक शिवनारायण, सह प्रांत प्रचारक रमेश, विभाग संघचालक जय कृष्ण सिन्हा एडवोकेट, सह प्रांत व्यवस्था प्रमुख रामनरेश, प्रचार विभाग की प्रांतीय टोली के सदस्य लक्ष्मण, लखनऊ दक्षिण भाग के संघचालक सुभाष अग्रवाल और भाग कार्यवाह श्याम त्रिपाठी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।