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Saturday 17 September 2016 11:04:43 AM
जोधपुर। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र जोधपुर के गांव-गांव तक पहुंच रही है भारतीय डाक विभाग की सुकन्या समृद्धि योजना। निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 10 वर्ष तक की 139 योग्य बालिकाओं के सुकन्या खाते खोलकर पाली जिले के रायपुर क्षेत्र का बांसिया गांव प्रथम संपूर्ण 'सुकन्या समृद्धि योजना ग्राम' बन गया है। सुकन्या समृद्धि योजना पर बांसिया गांव में आयोजित मेले में निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने विश्व पटल पर हाल ही में भारत की बेटियों के ख्याति अर्जित करने पर गर्व व्यक्त करते हुए बेटियों को इसी प्रकार देश का नाम रौशन करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि आज बेटियां सफलता के नित नए मुकाम हासिल कर रही हैं, बेटियों की समृद्धि और खुशहाली में ही समाज का भविष्य टिका है, इसीलिए बेटियों की उच्च शिक्षा, कैरियर और उनके विवाह में आर्थिक सुविधा के लिए 10 वर्ष तक की बेटियों हेतु डाकघरों में यह सुकन्या समृद्धि योजना आरंभ की गई है।
कृष्ण कुमार यादव ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान से बालिकाओं के राष्ट्र निर्माण पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य से जुड़ा अभियान है। उन्होंने कहा कि इस योजना के आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ महत्वपूर्ण सामाजिक आयाम भी हैं, इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बेटियों के लिए ही है, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह के समय काम आएगी। उन्होंने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के सपनों को पूरा करने का सशक्त माध्यम है, इसलिए हर मां-बाप अपनी पुत्री के जन्म पर उपहार स्वरूप सुकन्या समृद्धि खाते से उसका स्वागत कर आर्थिक सुरक्षा की इस नई परंपरा का सूत्रपात करें। डाक निदेशक ने बालिकाओं को उपहार स्वरूप पासबुकें प्रदान कीं। उन्होंने मेले के आयोजन में बांसिया ग्राम पंचायत की सरपंच मीनू गंगवानी के प्रयासों की सराहना की और आशा व्यक्त की कि बेटियों के लिए ऐसे प्रयास अन्य गावों में भी किए जाएंगे।
डाक विभाग की ऐसी अनेक योजनाओं की चर्चा करते हुए डाक निदेशक ने कहा कि डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल के लोगों को इन सभी योजनाओं से लाभांवित करना है, सूचना प्रौद्योगिकी के इस दौर में हमें आने वाले दिनों में ग्रामीण डाक सेवकों सहित डाक विभाग के सभी कर्मचारियों को प्रभावकारी तरीके से कार्य करने के लिए तैयार करना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण शाखा डाकघरों को भी तकनीकी तौर पर दक्ष बनाने के उद्देश्य से ग्रामीण आईसीटी के तहत हाईटेक किया जाएगा और वहां पर नेटबुक व हैंडहेल्ड डिवाइस भी दी जाएगी। शाखा डाकघरों को सोलर चार्जिंग उपकरणों से जोड़ने के साथ-साथ मोबाइल थर्मल प्रिंटर, स्मार्ट कार्ड रीडर, फिंगर प्रिंट स्कैनर, डिजिटल कैमरा, सिगनेचर एवं दस्तावेज़ स्कैनिंग के यंत्र भी मुहैया कराए जाएंगे, ताकि ग्रामीण लोगों को इन सुविधाओं के लिए शहरों की तरफ न भागना पड़े।
पाली मंडल के अधीक्षक डाकघर डीआर सुथार ने कहा कि पाली जिले के नोवी, चावंडिया, कानुजा, धुंधला, राजोलाखुर्द, बिसलपुर, बारवा गावों को भी इसी वित्तीय वर्ष में संपूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बना दिया जाएगा। डाक विभाग की यह योजना बड़ी तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है। योजना के अनुसार किसी भी डाकघर में दस साल तक की बालिकाओं का सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाया जा सकता है। कन्या के खाते में एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 1,000 और अधिकतम डेढ़ लाख रूपए तक जमा किए जा सकते हैं। इस योजना में खाता खोलने से मात्र 15 वर्ष तक धन जमा कराना होगा। बेटी की उम्र 18 वर्ष होने पर जमा राशि का 50 प्रतिशत और संपूर्ण राशि उसकी 21 वर्ष आयु पूरी होने पर निकाली जा सकती है। इसमें ब्याज दर 8.6 प्रतिशत है और जमा धनराशि में आयकर छूट का भी प्रावधान है। मेले के विशिष्ट अतिथि उपजिलाधिकारी रायपुर मोहन लाल खटनवालिया थे, जिन्होंने इस योजना की भूरि-भूरि प्रशंसा कर इसे लोकप्रिय एवं कल्याणकारी योजना बताया। उन्होंने कहा कि बालिकाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया यह प्रयास एक समय मील का पत्थर साबित होगा।
बांसिया ग्राम पंचायत की सरपंच मीनू गंगवानी ने डाक विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामवासियों के लिए यह अत्यंत गर्व की बात है कि उनका गांव जिले का प्रथम सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि योजना ग्राम बनकर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का हिस्सा बना है। इस अवसर पर सहायक डाक अधीक्षक पुखराज राठौड़, राजेंद्र सिंह भाटी, धर्मपाल सिंह, डाक निरीक्षक श्रवण कुमार भाटी, शहनाज़ खान, उप डाकपाल पिपलियां कलां माणक चंद, शाखा डाकपाल बांसिया कृष्णगोपाल, पिंकी जैन प्रधानाध्यापिका राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बांसिया, प्रधान पंचायत समिति रायपुर शोभा चौहान, स्थानीय जनप्रतिनिधि और गांववासी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जेपाराम सेंगर ने किया।