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Wednesday 21 September 2016 05:09:42 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने संत गाडगे प्रेक्षागृह में भातखंडे संगीत संस्थान सम विश्वविद्यालय के भातखंडे जयंती संगीत समारोह-2016 का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने पंडित विष्णु नारायण भातखंडे की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर प्रख्यात सितार वादक गुरू पंडित अरविंद पारिख को राज्यपाल ने श्रीफल, अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम से पूर्व कश्मीर के शहीद सैनिकों की स्मृति में मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में भातखंडे संगीत संस्थान सम विश्वविद्यालय की कुलपति श्रुति सडोलीकर काटकर, विश्वविद्यालय के शिक्षक, छात्र और बड़ी संख्या में संगीतप्रेमी उपस्थित थे।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि भातखंडे, संगीत निर्माण का पावर हाऊस है, यह संस्थान संगीत शिक्षा का प्रमुख स्थान है। उन्होंने कहा कि संगीत, गायन, वादन और नृत्य भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग हैं, संगीत एक ऐसी विधा है, जिसको भाषा और क्षेत्र में सीमित नहीं किया जा सकता है, वह इससे परे है। उन्होंने कहा कि भातखंडे का महाराष्ट्र से आकर उत्तर प्रदेश में संगीत संस्थान की स्थापना करना सिद्ध करता है कि संगीत भाषा और क्षेत्र के बंधन से मुक्त है। उन्होंने कहा कि संस्थान ने अनेकानेक बडे़ संगीतकार देश को दिए हैं तथा वह निरंतर भारतीय संस्कृति की प्रतिष्ठा बढ़ाने का काम कर रहा है। राम नाईक ने कहा कि संगीत ने उत्तर प्रदेश को समृद्ध किया है। देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली है, आर्थिक राजधानी मुंबई है, धार्मिक राजधानी काशी है और कला की राजधानी लखनऊ है। उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित होती हैं, संगीत मन, बुद्धि और स्वास्थ्य को ठीक रखता है। कार्यक्रम में भातखंडे कृति की प्रस्तुति संस्थान के छात्रों ने की और अन्य कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दीं।