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Wednesday 28 September 2016 01:43:36 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के आवागमन में सुविधा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चार प्रमुख रेल गाड़ियों में सीएपीएफ कर्मियों के वास्ते अतिरिक्त डिब्बे जोड़े जाने को क्लीयरेंस दे दिया है, ये गाड़ियां उत्तर, दक्षिण एवं पूर्व, पश्चिम भारत से जुड़ी हैं। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा सुरक्षा बल के कामकाज की समीक्षा के दौरान संरचना विकास तथा बीएसएफ कर्मियों के कल्याण संबंधी लंबित विषयों को निपटाने और सीमा प्रबंधन से जुड़े अन्य विषयों पर चर्चा में यह जानकारी दी। बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा ने बताया कि बीएसएफ कर्मियों को जोखिम तथा कठिनाई भत्ता दिए जाने के संबंध में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के प्रमुखों की समिति की सिफारिशों को अंतिम रूप दे दिया गया है और इन सिफारिशों को जल्द ही गृह मंत्रालय को सौंप दिया जाएगा।
समीक्षा बैठक में समग्र बॉर्डर आउट पोस्ट के समकक्ष मौजूदा बॉर्डर आउट पोस्टों के उन्नयन, ऊंचाई पर रहने के लिए फाइबर री-इनफोर्स्ड पोलिमर शेल्टर, जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर अग्रिम सुरक्षित रिहाइश तथा पुराने नियमों के आधार पर नई स्वीकृत बटालियनों के लिए भूमि अधिग्रहण पर भी चर्चा हुई और निर्णय लिए गए। तट रक्षक के समानांतर एक स्व नियामक प्रतिस्थापना के रूप में बीएसएफ एयर विंग की शुरुआत करने के विषय को भी चर्चा के लिए स्वीकार किया गया। इस संबंध में नागरिक उड्डयन मंत्रालय और तट रक्षक से अलग-अलग टिप्पणियां आमंत्रित की गई हैं। आधुनिक और अद्यतन प्रौद्योगिकी के उपयोग वाले समग्र एकीकृत सीमा प्रबंधन उपायों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा की गई।
गृहमंत्री ने कहा कि बीएसएफ के बहादुर और सतर्क जवानों की सहायता के लिए बेहतर प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की आवश्यकता है। बीएसएफ के महानिदेशक एके शर्मा ने गृहमंत्री और गृह मंत्रालय के अधिकारियों को आश्वस्त किया कि सीआईबीएमएस की पायलट परियोजना शीघ्र कार्यांवित की जाएगी। राजनाथ सिंह ने सभी लंबित मामलों की स्वीकृति के लिए तुरंत कार्रवाई करने के संबंध में संबंधित एजेंसियों और विभागों को निर्देश दिए। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि, गृह मंत्रालय, रक्षा और बीएसएफ मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार देश की सीमा चौकियों पर तैनात केंद्रीय बलों की बुनियादी सुविधाओं की समय-समय पर समीक्षा करती है और सामने आईं कठिनाईयों के समाधान के लिए कदम उठाती है।