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Thursday 6 October 2016 04:18:35 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम ने भारत सरकार में शहरी विकास मंत्री एम वैंकेया नायडु को 2015-16 के लिए 108 करोड़ रूपए का लाभांश चैक सौंपा। पिछले कुछ वर्ष से लगातार कारोबार बढ़ाने और मुनाफा कमाने के लिए एनबीसीसी की सराहना करते हुए वैंकेया नायडु ने कंपनी प्रबंधन से राज्य सरकारों और अन्य एजेंसियों के साथ साझेदारी बढ़ाकर अपने कारोबार का विस्तार करने और इसमें विविधता लाने को कहा। उन्होंने एनबीसीसी के गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी स्थापित करने की पहल का स्वागत किया।
एम वैंकेया नायडु ने प्रबंधन को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हाल ही मंजूर की गई लगभग 35,000 करोड़ रूपए के निवेश से दिल्ली की सात पुर्नविकास परियोजनाओं पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया। उन्होंने एनबीसीसी की चल रही परियोजनाओं की प्रगति और उसके आगामी कदमों पर विस्तार से चर्चा की। एनबीसीसी के अध्यक्ष और प्रबंधक निदेशक अनूप कुमार मित्तल ने उनको जानकारी दी कि कंपनी के विचाराधीन कई पहलों में से एक वित्तीय कारोबार बढ़ाने के लिए गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी शुरू करने के लिए कंपनी काफी उत्सुक है। उन्होंने कहा कि कंपनी को 2015-16 के दौरान 17,516 करोड़ रूपए की नई परियोजनाओं के आदेश प्राप्त हुए हैं। करीब 70,000 करोड़ रूपये से अधिक के कुल कार्य आदेश के साथ यह कंपनी देश की दूसरी सबसे बड़ी निर्माण कंपनी है। कंपनी ने 2015-16 के लिए कुल 120 करोड़ रूपए के लाभांश की घोषणा की है।
एनबीसीसी के अध्यक्ष और प्रबंधक निदेशक अनूप कुमार ने कहा कि एनबीसीसी ने 2015-16 के दौरान 5,838 करोड़ रूपए का सबसे अधिक राजस्व हासिल किया है, जो पिछले वित्तवर्ष की तुलना में 32 प्रतिशत अधिक है। पिछले वित्तवर्ष के दौरान कर चुकाने के बाद कंपनी को 311 करोड़ रूपए का मुनाफा हुआ, जो 2014-15 के मुकाबले 12 प्रतिशत अधिक है। बाजार पूंजीकरण अप्रैल 2013 में 1,706 करोड़ रूपए से बढ़कर इस वर्ष अक्टूबर में 16,836 करोड़ रूपये का हो गया। लाभांश का चैक सौंपने के अवसर पर शहरी विकास मंत्रालय में सचिव राजीव गाबा, मंत्रालय और एनबीसीसी के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।