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Saturday 15 October 2016 04:27:58 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय ईसाई नेताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा है कि आतंकवाद का कोई भी धर्म नहीं है फिर भी कुछ लोग इन दोनों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। दुनिया के लिए भारत सहिष्णुता का विश्वविद्यालय बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि मतों में मतभेद हो सकते हैं, जिन्हें वार्ता की मेज पर बातचीत से हल किया जा सकता है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि बातचीत के बजाय असंतुष्ट बंदूक उठा लें।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ देशों में आतंकवाद को राजनीति का एक औजार बनाने की नीति की निंदा करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहां धर्म के आधार पर कोई भी भेदभाव नहीं किया जाएगा। राजनाथ सिंह ने इस बात को दोहराया कि भारत इतिहास के दौरान विश्व के सभी प्रमुख धर्मों का संगम रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शरारती तत्वों और अफवाह फैलाने पर नज़र रखेगी और देश में लगातार कानून का शासन बनाए रखेगी।