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Thursday 20 October 2016 02:06:08 AM
नई दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के संचालन की समीक्षा के अंतर्गत सशस्त्र सीमा बल के कार्यों और गतिविधियों की समीक्षा की। बैठक के दौरान एसएसबी महानिदेशक अर्चना रामासुंदरम ने बल के संचालन, तैयारी, प्रशासनिक और प्रचालन व्यवस्था पर विस्तृत प्रस्तुति दी। बैठक में गृहमंत्री ने हाल ही में जकुरा श्रीनगर में एसएसबी जवानों पर हुए आतंकवादियों के हमले के दौरान जवानों की जवाबी कार्रवाई की सराहना की। गृहमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में तैनात जवानों को मिलने वाली आवश्यक सुविधाओं जैसे वाहन, हथियार, वस्त्र आदि पर खास निर्देश दिए। एसएसबी की छह बटालियन वर्ष 2013 से जम्मू-कश्मीर में और सात बटालियन झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद निरोधी गतिविधियों में कार्यरत हैं।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एसएसबी के एक दस्ते को शीघ्र ही संयुक्त राष्ट्र शांति सेना कार्यों में तैनात किया जाएगा। एसएसबी की महानिदेशक अर्चना रामासुंदरम ने बताया किया कि एसएसबी ने इस उद्देश्य के लिए 140 जवानों के एक दस्ते का गठन किया है। उन्होंने बताया कि एसएसबी पहला केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है, जिसमें महिला लड़ाकू जवानों को शामिल किया गया है। एसएसबी संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के कार्यों के अंर्तगत एक महिला दस्ते को विदेश में तैनात करने के लिए तैयार है। गृहमंत्री ने एसएसबी के वामपंथ उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों और जम्मू-कश्मीर में उसके साहसिक कार्यों और गतिविधियों की सराहना की। गृहमंत्री ने भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की और एसएसबी को भारत-नेपाल सीमा पर और ज्यादा चौकसी बरतने का निर्देश दिया। बैठक में गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू, गृह सचिव राजीव महर्षि, सचिव (सीमा प्रबंधन) सुशील कुमार, सशस्त्र सीमा बल की महानिदेशक अर्चना रामासुंदरम, गृह मंत्रालय और एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।