स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 24 October 2016 04:28:19 AM
लखनऊ। भारतीय समन्वय संगठन 'लक्ष्य' की महिला कमांडरों का एक दिवसीय कैडर कैम्प जानकीपुरम लखनऊ में आयोजित किया गया, जिसमें 'लक्ष्य' के कार्यक्रमों का प्रदेश के अन्य जिलों में विस्तार करने पर चर्चा की गई। 'लक्ष्य' की महिला कमांडरों को सामाजिक चिंतक जगजीवन रूपेनवार ने संबोधित किया। उन्होंने भगवान बुद्ध के शांति प्रेम संदेशों और उनकी शिक्षाप्रद प्रेरणाओं पर जोर देते हुए दलित समाज की एकता और उसके शैक्षिक विकास पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज अपनी एकता स्थापित करके ही अपने मौलिक और बुनियादी अधिकार हासिल कर सकता है। 'लक्ष्य' के प्रेरक डॉ खजान सिंह ने समाज के लोगों को लक्ष्य के उद्देश्यों से जागरुक किया। वक्ता डॉ संजय सोलंकी ने महिला कमांडरों के गांव-गांव जाकर बहुजन समाज को जागरूक करने के कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
'लक्ष्य' के कैंप में एमएल आर्य ने लक्ष्य की महिला कमांडरों से आग्रह किया कि वे दलित समाज में कार्यक्रमों में बच्चों की शिक्षा पर ज्यादा जोर दें। एसपी कौशल ने कहा कि लक्ष्य की महिला कमांडरों के कार्यों की देश-विदेश में चर्चा हो रही है और उनके कैडर कैंपों की मांग बढ़ रही है। संजीत कुमार और रामबाबू ने लक्ष्य की महिला कमांडरों को बहुजन समाज में जागरूकता फ़ैलाने के लिए धन्यवाद दिया। महिला कमांडर संघमित्रा गौतम ने लक्ष्य के बढ़ते कार्यों की जानकारी दी। रेखा आर्य ने बताया की जल्द ही लक्ष्य का एक बड़ा जागरुकता रथ उत्तर प्रदेश की सड़कों पर दिखाई देगा। पूजा गुलाटी ने लक्ष्य कमांडरों से अपील की कि वो अपने कैडरों में महिलाओं और बच्चों की शिक्षा पर जोर दें। अंजू सिंह ने लक्ष्य कमांडरों से अपील की कि वो दलितों पर हो रहे अत्याचारों को जोरशोर से उठाएं, ताकि दोषियों को सजा मिल सके। लक्ष्य कमांडर शालिनी बौद्ध ने अपने अनुभव साझा किए। कैडर कैंप में लक्ष्य कमांडर रजनी सोलंकी, कमलेश सिंह, रीता कमलेश, निशा दोहरे, डॉ बेला तुर्के कौशल, मंजुलता आर्य और राजकुमारी कौशल ने कमांडरों को संबोधित किया।