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Tuesday 1 November 2016 01:29:58 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के उप प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री रहे और लौहपुरुष के नाम से विख्यात सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के अवसर पर यहां राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र में संस्कृति मंत्रालय की डिजिटल प्रदर्शनी-‘एकजुट भारत : सरदार पटेल’ का उद्घाटन किया। उन्होंने सरदार पटेल पर एक वेब पोर्टल और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ योजना पर एक स्मारिका भी लांच की। इस अवसर पर कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच हस्ताक्षरित सहमति-पत्रों का आदान-प्रदान भी हुआ। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री डॉ महेश शर्मा भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के प्रति अविस्मरणीय योगदान के लिए सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी और कहा कि इस तरह की महान विभूतियों को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने भारत सरकार में शामिल होने के लिए रियासतों को आश्वस्त करके राष्ट्र के एकीकरण में सरदार पटेल की अहम भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। प्रधानमंत्री ने अनेक उदाहरण दिए कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल से किस तरह भारत के विभिन्न राज्यों के लोगों के बीच मजबूत मेलभाव संभव हो सकता है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि सरदार पटेल आधुनिक राजनीतिक भारत के वास्तुकार थे, उन्होंने 565 रियासतों को एकजुट कर उन्हें भारत का हिस्सा बनाया था।
राजनाथ सिंह ने चाणक्य के रूप में सरदार पटेल की भूरि-भूरि प्रशंसा की, क्योंकि उन्होंने भारत को एकजुट करके चाणक्य के सपने को साकार किया था। उन्होंने कहा कि हमारे देश की एकता एवं अखंडता को बरकरार रखना ही सरदार पटेल के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। अपने संबोधन में डॉ महेश शर्मा ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के अविस्मरणीय योगदान की बदौलत ही हम अत्यंत विविधतापूर्ण एवं समृद्ध संस्कृति वाले राष्ट्र का नागरिक होने पर गौरव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने न केवल राष्ट्र को एकीकृत एवं एकजुट किया, बल्कि राष्ट्र की एकजुटता को भी सुनिश्चित किया।