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Tuesday 12 February 2013 08:05:48 AM
लखनऊ। रोज़गार के संसाधनों की कमी को दृष्टिगत रखते हुए भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार तकनीकी, गैर तकनीकी शिक्षा प्राप्त युवाओं को स्वरोज़गार की दिशा में उन्मुख एवं प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रकार के उद्यमिता विकास कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। अभी तक कार्यक्रमों में जो माडल प्रयोग किए जा रहे हैं, वह कई दशक पुराने हैं, मगर बदलते परिवेश में नए माडल का प्रयोग किया जाना आवश्यक है।
‘उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के प्रभावी माडल’ विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि एवं हेड एनएसटीईडीबी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार एचके मित्तल ने कहा कि उद्यमिता के क्षेत्र में विशेषज्ञों ने जो परिकल्पना की थी, आज वह परिलक्षित हो रही है। उद्यमिता विकास के माडल का निर्धारण भय के आधार पर न होकर विश्वास पर होना चाहिए। इसके लिए नवशक्ति को मानसिक रूप से विकसित करने की आवश्यकता है, जिससे इस क्षेत्र में सकारात्मक रूप से विकास हो सकेगा।
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद के कार्यपालक निदेशक डॉ दिनेश अवस्थी ने कहा कि उद्यमिता के क्षेत्र में अभी तक जो परिवर्तन हुए हैं, उन विषयों पर विशेष रूप से चर्चा होनी चाहिए। विश्व में आज व्यापक प्रतियोगिता का दौर चल रहा है, ऐसे में बहुत से नए विषयों-क्लस्टर डेवलपमेंट एवं जेंडर वाइस में विशेष कर महिलाओं की उन्नति एवं विकास पर मंथन की आवश्यकता है। उद्यमिता विकास संस्थान उप्र के निदेशक डीपी सिंह ने कहा कि वर्तमान उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के माडल में परिवर्तन की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं के नए माडल का प्रस्तुतीकरण एवं चयन, वर्तमान समय में उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के प्रभावी माडल की विशेषज्ञों की संस्तुति, नए उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के प्रभावी माडल के क्रियान्वयन हेतु कार्य योजना तथा वर्तमान उद्यमिता विकास कार्यक्रम के प्रभावी माडल में संशोधन हेतु सुझाव आदि विषय पर प्रस्तुतीकरण किया जाएगा।
इस अवसर पर डॉ एमएमपी अखौरी पूर्व कार्यपालक निदेशक निस्बड नोएडा, डॉ एनपी सिंह अध्यक्ष एसीड नई दिल्ली, डॉ एसपी मिश्रा उप कुलपति श्रीधर यूनीवर्सिटी राजस्थान, डॉ रीता सेन गुप्ता निदेशक (व्यवहारिक विज्ञान) निस्बड नोएडा तथा एसबी सरीन वरिष्ठ संकाय भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद ने अपने महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए।