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Thursday 5 January 2017 03:24:46 AM
नई दिल्ली। आयुष मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री श्रीपद येस्सो नाईक ने नई दिल्ली में ‘मधुमेह के लिए योग’ पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया और जानकारी देते हुए कहा कि संस्कृति के लिए विश्व की सर्वोच्च संस्था यूनेस्को ने हाल ही में योग को अपनी अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल किया है, यह योग की सार्वभौमिक प्रासंगिकता की एक और पहचान है, योग राष्ट्रीय सीमाओं के पार भी अपने सम्मान को बढ़ाता है। श्रीपद येस्सो नाईक ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य योग के माध्यम से मधुमेह के नियंत्रण के लिए अपनाए गए माध्यम और मधुमेह की रोकथाम तथा प्रबंधन में योग की भूमिका पर विचार-विमर्श करना है। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन मधुमेह के खिलाफ कार्य करने वाले एलोपैथी और आयुष चिकित्सकों, अनुसंधानकर्ताओं, शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं और छात्रों को समान मंच प्रदान करता है।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत और विदेशों से आए करीब 400 प्रतिनिधियों और 50 विशेषज्ञों ने भाग लिया। पारंपरिक चिकित्सा और आयुष प्रणाली के साथ-साथ योग के प्रख्यात विशेषज्ञ भी सम्मेलन में शामिल हुए। तीन दिवसीय सम्मेलन में शोध, नीति निर्माण और पैनल वार्ता के साथ योग और मधुमेह के विभिन्न पक्षों पर सत्रों का आयोजन हुआ। भारत में और खासतौर पर शहरी जनसंख्या में मधुमेह तेजी के साथ फैल रहा है, यह न सिर्फ वृद्ध जनसंख्या, बल्कि युवा पीढ़ी में भी बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने चंडीगढ़ में दूसरे अंतर्राष्ट्रीय योग सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि आने वाले दिनों में हम एक बात पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि योग के माध्यम से मधुमेह को कैसे कम किया जा सकता है, मधुमेह को योग के माध्यम से निश्चित रूप से नियंत्रित किया जा सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए आयुष मंत्रालय ने मधुमेह की रोकथाम और प्रबंधन में योग की भूमिका के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रमों की पहल की है।
आयुष मंत्रालय ने डॉ एचआर नागेंद्र की अध्यक्षता में मधुमेह के नियंत्रण के लिए एक समान योग प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए विशेषज्ञ समिति गठित की है। इस समिति ने ही इसे अंतिम रूप दिया। समिति की एक पुस्तिका का विमोचन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में प्रवासी भारतीय दिवस पर 2 अक्टूबर 2016 को किया था। इस अवसर पर आयुष राज्यमंत्री श्रीपद येस्सो नाईक ने योग पर एक पुस्तक का विमोचन किया, जिसमें 2001 से लेकर 2016 तक के चयन किए गए शोध पत्र शामिल हैं। उन्होंने योग और मधुमेह पर 2017 का कैलेंडर भी जारी किया।