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Thursday 5 January 2017 05:22:19 AM
नई दिल्ली। भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार भारतरत्न बाबासाहब डॉ भीमराव अंबेडकर को भी नरेंद्र मोदी सरकार भारतीय नोट पर देखना चाहती है, जिसके लिए उसने भीम ऐप के रूप में एक कदम बढ़ाया है। नरेंद्र मोदी और स्वयंसेवक संघ का अंबेडकर के प्रति अनुराग देखने को मिलता रहा है और दोनों की ही धारणा है कि जात-पात और राजनीति से ऊपर उठकर भीमराव अंबेडकर के देश के प्रति योगदान को देखा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस दिन भीम ऐप देश को समर्पित करते हुए कहा था कि देश में भारतीय अर्थव्यवस्था का मूल दर्शन भीमराव अंबेडकर ने प्रतिष्ठापित किया था, इसमें उनके मार्गदर्शन को अनदेखा नहीं किया जा सकता। केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता राज्यमंत्री रमेश जिगाजीनागी ने भी कल देश में भुगतान के लिए नव विकसित ऐप भीम यानी धन के लिए भारत इंटरफेस की यह कहकर सराहना की कि एक दिन बाबासाहब डॉ भीमराव अंबेडकर का नाम भारत की अर्थव्यवस्था की धुरी बनेगा।
रमेश जिगाजीनागी ने कहा कि वह दिन दूर नहीं है, जब लोग इस ऐप से अपने व्यापार का संचालन करेंगे, डॉ अंबेडकर भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार हैं, भारतरत्न हैं, उनका नाम भारत की अर्थव्यवस्था की धुरी बनेगा। उन्होंने कहा कि भीम ऐप देश में वित्तीय समानता का सृजन करेगा, जिसकी बाबासाहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने परिकल्पना की थी। रमेश जिगाजीनागी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलितों, पिछड़े वर्गों और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों के विकास के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें भीम ऐप कालेधन की प्रणाली पर अंकुश लगाने के साथ समाज में समानता का सृजन करेगा। रमेश जिगाजीनागी के इस कथन को मोदी सरकार के और भी आगे की आर्थिक योजनाओं से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें यह देश एक दिन यह सुन सकता है कि अंबेडकर भी भारतीय नोट पर होंगे, जिस पर अभी से मंथन जारी है।
पेयजल और स्वच्छता राज्यमंत्री रमेश जिगाजीनागी ने कहा कि भीम आधार प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए एक बायोमीट्रिक भुगतान प्रणाली वाला यह ऐप सीधे ही बैंक के माध्यम से ई-भुगतान की सुविधा के लिए एकीकृत भुगतान इंटरफेस पर आधारित है। उन्होंने कहा कि इसे प्रौद्योगिकी और डिजिटल लेन-देन के महत्व पर जोर देने के लिए शुरू किया गया है, इसे सभी मोबाइल उपकरणों स्मार्ट फोन, फीचर फोन द्वारा इंटरनेट कनेक्शन के साथ या उसके बिना भी उपयोग किया जा सकता है। भीम ऐप से आधार गेटवे से जुड़े बैंक खाते में अंगूठे के निशान से ही भुगतान किया जा सकता है। उनका कहना है कि वास्तव में भीम के माध्यम से प्रौद्योगिकी ग़रीब से ग़रीब छोटे व्यापारियों और हाशिए पर पड़े वर्गों को सशक्त बनाएगी, जनता को भीम ऐप उपयोग करना चाहिए, ताकि कालेधन की रोकथाम और वित्तीय समानता के सृजन में मदद मिल सके।
रमेश जिगाजीनागी ने यह स्मरण करते हुए कहा कि भारत को कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था, यह देश कुछ ग़लतियों के कारण ग़रीब हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना देश की क्षमता और अतीत के गौरव को एक बार फिर लौटाना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जनता से यह अपील की है कि प्रतिदिन कम से कम 5 लेन-देन मोबाइल फोन के माध्यम से करें, ताकि देश डिजिटल आंदोलन में आगे बढ़े। रमेश जिगाजीनागी ने कहा कि भीम ऐप से प्लास्टिक कार्ड और पीएस मशीनों की भूमिका कम होगी, भीम ऐप मास्टर कार्ड और वीसा जैसे सेवा प्रदाताओं के शुल्क के भुगतान को समाप्त करेगा, इसको स्मार्ट फोन के माध्यम से पैसा मंगाने और भेजने में भी प्रयोग किया जा सकता है।