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Friday 20 January 2017 05:39:46 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र ने नई दिल्ली के इंडिया हेबिटेट सेंटर में 'ग्रासरूट इंफोरमेटिक्स-विविड : वीविंग ए डिजिटल इंडिया' विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया, जिसका उद्घाटन केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्यायमंत्री रविशंकर प्रसाद ने किया। कार्यक्रम में इलेक्ट्रानिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्याय राज्यमंत्री पीपी चौधरी, इलेक्ट्रानिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की सचिव अरूणा सुंदरराजन, इलेक्ट्रानिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में अपर सचिव डॉ अजय कुमार, एनआईसी की महानिदेशक नीता वर्मा और एनआईसी की उपमहानिदेशक रमा नागपाल उपस्थित थीं।
इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र भारत का प्रौद्योगिकी सेतु है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया विज़न का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त है। उन्होंने जिला सूचना अधिकारियों से अन्वेषक और सक्रिय होने को कहा। उन्होंने कहा कि एनआईसी को जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने के लिए सुधारवादी दृष्टिकोण अपनाना होगा। उन्होंने एनआईसी से अपील की कि वह 1.9 करोड़ ग्रामीण नागरिकों तथा 6.15 लाख कारोबारियों को डिजिटल भुगतान प्रणाली का प्रशिक्षण देने वाले कॉमन सर्विस सेंटरों से जोड़े। रविशंकर प्रसाद ने सरकारी सुरक्षा संचालन केंद्र तथा भोपाल में क्लाउड के लिए डाटा सेंटर स्थापित करने की घोषणा की।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार जिला एनआईसी कार्यालयों की बुनियादी संरचना को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि 2017-18 में 150 जिला एनआईसी कार्यालयों को पायलट परियोजना के रूप में उन्नत बनाया जाएगा। रविशंकर प्रसाद ने अपने-अपने जिलों में उदाहरण योग्य एनआईसी के डीआईओ के वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा की, श्रेष्ठ तीन अन्वेषकों को क्रमशः 2 लाख रुपए, 1 लाख रुपए तथा 50 हजार रुपए का पुरस्कार मिलेगा। सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्याय राज्यमंत्री पीपी चौधरी ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया पहल के लिए वर्ष 2017 को याद रखा जाएगा, इस वर्ष अर्थव्यवस्था और नागरिकों के लिए अनेक सुधार के कार्य किए जाएंगे। उन्होंने पारिस्थितिकी प्रणाली में डिजिटल बदलाव के लिए देश को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए एनआईसी तथा डीआईओ को धन्यवाद दिया। एनआईसी ने दो नए पोर्टल डिस्ट्रिक कलेक्टर डैसबोर्ड तथा एनआईसी सर्विस डेस्क प्रस्तुत किया, जिसका उद्घाटन रविशंकर प्रसाद और पीपी चौधरी ने किया।